पंजाब के चुनाव परिणाम से लिया कांग्रेस हाईकमान ने सबक : प्रो सम्पत सिंह -कमलेश भारतीय पंजाब के विधानसभा चुनावों से कांग्रेस हाईकमान पर काफी दवाब था हरियाणा में समय रहते नेतृत्व परिवर्तन का । हालांकि बहुत पहले से इस परिवर्तन की मांग चल रही थी लेकिन पंजाब के चुनाव परिणाम से सबक लेते हुए हाईकमान ने यह फैसला किया । बेशक यह पार्टी का अंदरूनी मामला है । पार्टी के अंदर रहते समय और बाहर आकर भी यह जरूर सुन रहे थे कि पार्टी की प्रदेश इकाई में बदलाव बहुत जरूरी है । यह कहना है पूर्व मंत्री और हरियाणा के वरिष्ठ नेता प्रो सम्पत सिंह का । वे अपने आवास पर बातचीत कर रहे थे । उन्होंने कहा कि अब यह देखना होगा कि नया संगठन कैसे काम करता है और कैसा बदलाव लाता है । अभी कांग्रेस में आना जाना लगा रहेगा । -हिसार की प्रगति को कैसे आंकते हैं आप ? -एक भी वादा पूरा नहीं हुआ । पहले वेस्ट मैनेजमेंट की बात चलती रही और फिर भूल भाल गये । एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय बना रहे थे लेकिन यह अभी तक राष्ट्रीय भी नहीं बना । इसकी हवाई पट्टी बनाने के नाम पर कितनी जमीन एक्वायर करोगे ? लम्बी पट्टी बनाने के नाम पर जमीनें एक्वायर की गयीं और इससे जमीनों के भाव बढ़ गये और कुछ राजनीतिज्ञों ने भी बहती गंगा में हाथ धो लिये । इसमें जो उड़ानें गयीं , दो ही सवारियां रहीं- पहली हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और दूसरी हमारे हिसार के विधायक और मंत्री डाॅ कमल गुप्ता । बस । कभी कहा गया कि आसपास फाइव स्टार होटल्स बनेंगे तो कभी फार्मास्यूटिकल्स के आने की बात कही गयी लेकिन कुछ नहीं आया । अभी तक सिविल अस्पताल व बस अड्डा तक शहर से बाहर न ले जा सके । और तो और बस स्टैंड की पिछली दीवार तोड़कर भी कुछ नहीं होने वाला । दीवार तोड़कर कोई फायदा नहीं होने वाला । पीछे कितनी जगह मिल पायेगी ? -नलवा के आपने काफी दौरे किये । क्या मुख्य समस्यायें हैं नलवा में ? -पेयजल व नहरी पानी की समस्यायें ही प्रमुख समस्यायें हैं । ग्रामीण विकास को तरह रहे हैं नलवा के गांव । इसी प्रकार जो शहरी क्षेत्र है उसमें भी पेयजल पाइप पुरानी हो चुकी हैं । पाइप लाइन बदलने की जरूरत है । -आप किस पार्टी से नलवा में चुनाव लड़ेंगे? -अभी तो कुछ सोचा नहीं है । लेकिन अगर चुनाव तक कोई पार्टी न भी हुई तो निर्दलीय चुनाव लड़ने का फांर्म तो हर वक्त मेरी जेब में रहता है । ऐसे ही लड़ लूंगा निर्दलीय ही । क्या फर्क पड़ता है ? नलवा से चुनाव लड़ूंगा यह पक्का है । -आजकर के मीडिया पर क्या राय है आपकी ? -मैंने तो न्यूज चैनल देखने लगभग बंद कर दिये हैं । इसमें सब प्रायोजित बहसें और खबरें आने लगी हैं । इसकी बजाय इंडिया गाट टैलेंट जैसे रियल्टी शोज देख लेता हूं । Post navigation लघुकथा : डर मेरी तस्वीर उतारकर क्या करोगे ?