धर्मपाल वर्मा चंडीगढ़ – ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी ने पंजाब और हिमाचल प्रदेश के बाद अब हरियाणा में भी कांग्रेस की बागडोर नए अध्यक्ष को सौंप दी है ।पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने कुमारी शैलजा का त्यागपत्र स्वीकार करते हुए उनकी जगह होडल के पूर्व विधायक उदय भान को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने की घोषणा कर दी है। कांग्रेस ने पहली बार किसी अध्यक्ष के साथ चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाने का काम किया है । चारों अध्यक्ष जहां राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं वही पार्टी ने जातीय समीकरणों को साधने हुए गुज्जर, जाट, ब्राह्मण और अग्रवाल समाज को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की है। देखा जाए तो इस संरचना में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और विधायक दल के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा का हस्तक्षेप साफ नजर आता है। कांग्रेस ने यह साबित करने की कोशिश की है कि उसे हरियाणा में दलित विशेष तौर पर रविदासी समुदाय से खास लगाव है ।प्रदेश में पार्टी ने लगातार चार बार रविदासी नेता को ही प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने का फैसला किया है ।इस कड़ी में फूलचंद मुलाना ,डा अशोक तंवर, कुमारी शैलजा और अब उदय भान की ताजपोशी की गई है। पता चला है कि उदय भान का नाम भी एक योजना के तहत भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने ही आगे किया है ।इससे पहले इस पद पर हरियाणा की पूर्व मंत्री गीता भुक्कल के नाम पर भी विचार किए जाने की चर्चा सामने आई थी। नये अध्यक्ष उदय भान पलवल जिले मतलब दक्षिणी हरियाणा से संबंध रखते है , तो एक कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र भारद्वाज सोहना विधानसभा क्षेत्र मतलब गुड़गांव जिले से ताल्लुक रखते हैं । इसके अलावा कांग्रेस की नेता किरण चौधरी की पुत्री पूर्व सांसद श्रुति चौधरी का ताल्लुक भिवानी जिले से है ।सुरेश गुप्ता पानीपत जिले के मतलौडा कस्बे से ताल्लुक रखते हैं जबकि करनाल में रहते हैं।जीटी रोड बेल्ट के कांग्रेस के पुराने नेता है। यह अलग बात है कि वह कभी विधायक नहीं रहे। रामकिशन गुर्जर नारायणगढ़ विधानसभा क्षेत्र , अंबाला लोकसभा क्षेत्र मतलब उत्तरी हरियाणा से ताल्लुक रखते हैं । उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक है । वे दो बार विधायक और एक बार मुख्य संसदीय सचिव रहे।उनके पिता स्वर्गीय चौधरी लाल सिंह कई बार विधायक और मंत्री रहे ।आजकल रामकिशन गुर्जर की पत्नी शैली चौधरी नारायणगढ़ की विधायक हैं। पार्टी ने इस समायोजन से प्रदेश के कुछ बड़े नेताओं को भी खुश करने की कोशिश की है ।भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी जितेंद्र भारद्वाज और रणदीप सिंह सुरजेवाला के खास सुरेश गुप्ता को कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने के पीछे जातीय समायोजन भी है। कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष उदय भान 1987 2000 2005 और 2014 में चार बार हसनपुर और होडल से विधायक रहे है । 2009 से पहले होडल हल्के का नाम हसनपुर होता था। श्री उदय भान कृभको के भी चेयरमैन रहे हैं उनके पिता स्वर्गीय गया लाल भी हसनपुर से दो बार विधायक रहे वह हरियाणा में मुख्य संसदीय सचिव हरियाणा मार्केटिंग बोर्ड के अलावा हरिजन कल्याण निगम के चेयरमैन भी रहे। हरियाणा में दल बदल के लिए चौधरी गया लाल का नाम सुर्खियों में रहा लेकिन उदय भान को लोग एक शरीफ और योग्य राजनीतिक व्यक्ति के रूप मे जानते हैं । वे हसनपुर से एक बार निर्दलीय विधायक भी रहे है। कांग्रेस की प्रदेश की नई टीम में पार्टी के बड़े नेताओं ,क्षेत्र और समुदायों को तो प्रतिनिधित्व दिया गया है लेकिन यह टीम कितनी कारगर साबित होगी यह वक्त बताएगा .लेकिन हरियाणा में नए अध्यक्ष को भी भूपेंद्र सिंह हुड्डा कि विश्वास पात्र के रूप में ही देखा जा रहा है। वैसे पार्टी ने कुमारी शैलजा के त्यागपत्र को स्वीकार करते हुए उनके काम की तारीफ की है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा अब प्रदेश में पार्टी के संगठन के काम में रुचि लेते नजर आएंगे और अब महिला कांग्रेस का कलेवर भी बदल सकता है। पार्टी जल्दी ही महिला कांग्रेस की नई अध्यक्ष बनाने की घोषणा भी कर सकती है। Post navigation भ्रष्टाचार की शिकायतों पर मुख्यमंत्री कार्यालय गंभीर युवाओं को सही रास्ते पर चलने की सीख देती है एनसीसी – मुख्यमंत्री