-कमलेश भारतीय हमारा देश विविध संस्कृतियों और धर्मों का देश है । यही इसकी खूबसूरती और अब यही इसके संकट का कारण भी बनती रहती है । कभी राममंदिर को लेकर क्या क्या नहीं हुआ ? आखिर राम मंदिर का निर्माण होने जा रहा है । कितने साल तक खोज भी होती रही कि यह कब मंदिर थे और कब मस्जिद ? और कितनी अदालतों में केस भी चलता रहा । फिर भी अंत भला तो सब भला । अब राजनीति का केंद्र बन गया है ‘हनुमान चालीसा’ जो बहुत दुखद बात है । पहले पहले अजान अदा करने पर हमारे गायक सोनू निगम ने आपत्ति जताई मुम्बई में कि उनके संगीत के रियाज में खेल पड़ता है । फिर बात आई गयी हो गयी । अब इसी मुद्दे को राजनीतिक रूप में उठाया महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के सुप्रीमो राज ठाकरे ने यह चेतावनी देकर कि यदि मस्जिदों को इस तरह की इजाजत जारी रखी गयी तो वे मस्जिदों के आगे हनुमान चालीसा का लाउडस्पीकर लगवा कर पाठ शुरू करवा देंगे । उनके साथ ही अब अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा व उनके पति व विधायक रवि राणा पर भी इसी के चलते राष्ट्रद्रोह सहित अन्य धाराओं के अंतर्गत केस दर्ज कर चौदह दिन की हिरासत में भेज दिया गया है । इन पर हनुमान चालीसा को लेकर लोगों को भड़काने का आरोप मुख्य है । केस तो राज ठाकरे पर भी दर्ज है क्योंकि तलवार लहरा कर यह चेतावनी जो दी थी । यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है इस देश की कि धार्मिक बातों को लेकर विवाद शुरू हो जाते हैं । अभी राजस्थान में भी पुराने मंदिर और गौशाला तोड़ने पर भाजपा कारेयकर्त्ताओं ने प्रदर्शन किये । कभी दिल्ली में सड़क के बीच बने मंदिर को लेकर विवाद सामने आता है । कितना दुखद । यह बहुत शोचनीय है और धार्मिक बातों पर विवादों पर लगाम लगाई जानी चाहिए । एक ऐसी समझ पैदा की जानी चाहिए । सभी तरफ असहिष्णुता क्यों बढ़ती जा रही है ? सभी धर्मों का आदर और सम्मान करने की भावना मन में आनी चाहिए पर लायेगा कौन ?–पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी । Post navigation हां प्रियंका गांधी जी से मिला हूं बस जवाब के लिए कुछ दिन ठहरिए : कुलदीप बिश्नोई शहरी स्थानीय निकाय मंत्री की अधिकारियों को दो टूक