25 एकड़ के विशाल पंडाल में कई लाख संगत ने गुरु घर का आशीर्वाद लिया.
शब्द कीर्तन की ध्वनि से गूंज उठा पंडाल

पानीपत, 24 अप्रैल – हिन्द की चादर श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व के मौके पर आज पानीपत की ऐतिहासिक धरा पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में भारी संख्या में संगत पहुंची । हरियाणा के कोने-कोने से आज सुबह से ही श्रद्घालुओं से भरे वाहनों की लम्बी-लम्बी कतारें पानीपत की तरफ बढ़ रही थी। देखते ही देखते लगभग सुबह 10 बजे तक पूरा पंडाल संगत से भर गया था। 25 एकड़ में बना विशाल पंडाल श्रद्घालुओं से भरा हुआ था। लाखों की संगत ने श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व पर गुरु घर का आशीर्वाद लिया और लंगर छका ।

समारोह के आयोजन की तैयारियों की गूंज पिछले कईं दिनों से देश-विदेश में हो रही थी जिसे देखने मानो आज पूरा हरियाणा ही पानीपत पहुंच गया। राजनीतिक विचार धाराओं से ऊपर उठकर सभी राजनीतिक पार्टियों के नेता श्री गुरु महाराज के आगे नत मस्तक हुए। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल, उत्तराखंड के राज्यपाल ले. जनरल गुरमीत सिंह, उप-मुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला व विपक्ष के नेता श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डïा सहित सभी पार्टियों के विधायक व पूर्व विधायक पहुंच और श्री तेग बहादुर जी को नमन किया।

इस बड़े आयोजन में श्री शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चेयरमैन श्री हरजिन्द्र सिंह धामी, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज व गुरु मां आनंद मुर्ति जी, महन्त कर्मजीत सिंह, बाबा भूपेन्द्र सिंह पटियाला, बाबा रंजीत सिंह जत्थेदार पटना साहिब, जत्थेदार भाई सरबजीत सिंह, बाबा राजेन्द्र सिंह इसराना वाले ने संगत को अपने वचनों से कृतार्थ किया तो दूसरी ओर जाने माने रागी भाई चमनजीत सिंह जी लाल, भाई बलविन्द्र सिंह रंगीला, भाई दविन्द्र सिंह सोढी व भाई मनदीप सिंह श्रीगंगा नगर वाले व ठाडी भाई निर्मल सिंह नूर जी के साथ-साथ कई गुरुद्वारों के ग्रंथी व शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों ने शब्द कीर्तन से भावविभोर किया। इसी प्रकार पानीपत के कोने-कोने तक गूंजा धन-धन तेग बहादुर। 25 एकड़ में जर्मन तकनीक से लगा भव्य पंडाल लोगों के आर्कषण का केन्द्र बना हुआ था। भारी गर्मी के बावजूद पंडाल में श्री गुरु ग्रंथ साहिब तक आने व जाने वालों के लिए अलग-अलग  व्यवस्था बनी हुई थी, फिर भी मत्था टेकने वालों की लम्बी-लम्बी कतारें अंत तक लगी रही। लगभग 85 हजार वर्ग फुट में बनाए गए मुख्य पंडाल के मंच पर जहां श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी स्थापित थे, वहां से आधा किलोमीटर दूर प्रवेश द्वार तक संगत की लाइनें टूट नहीं रही थी। प्रवेश द्वार तक पहुंचने के लिए जी.टी. रोड तथा सैक्टर 13-17 तक को जोडऩे वाली मुख्य सडक़ों पर लाइनें लगी हुई थी और इससे लग रहा था पूरा हरियाणा ही श्री गुरु साहिब जी के दर्शन करने उमड़ पड़ा है।  

मुख्यमंत्री दो घण्टे संगत के बीच में रहे, साधु संतों, युवा पीढ़ी व बेटियों से की मन की बात
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल करीब 11.00 बजे श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व के समागम स्थल पर पहुंचे। यहां पहुंचने पर परम्परा अनुसार मुख्यमंत्री का स्वागत किया और सिख संस्कृति के प्रतीक दस्तार को भी श्री मुख्यमंत्री मनोहर ने सजाया। इसके बाद मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने लंगर हाल, जोड़ा घर, सिख गुरुओं के इतिहास और बलिदान को जनसम्पर्क विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस दौरान मुख्यंत्री ने देश के कोने-कोने से आई बेटियों, संगत, व साधु संतों से मन की बात की और श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाशोत्सव को मनाए जाने के उद्देश्य के बारे में चर्चा की।

मुख्यमंत्री तकरीबन दो घंटे से ज्यादा संगत के बीच में रहे और इसके बाद मुख्य पंडाल में पहुंचे तो पूरी संगत के चेहरों पर उत्साह देखने का मिला और पंडाल में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की हाजरी में ‘जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल’ से गूंज उठा। मंच पर पहुंचने के बाद जब मुख्यमंत्री ने बहुत बड़ी संख्या में संगत को देखा तो वे दंग रह गए। मुख्यमंत्री स्वयं प्रकाश पर्व को लेकर पिछले कईं दिनों से तैयारियों की जानकारी भी ले रहे थे और आज उन्होंने पंडाल के पास बने हाई टेक मीडिया सेंटर को भी देखा। सूचना, जन सम्पर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल ने मीडिया सेंटर के बारे में जानकारी दी।

error: Content is protected !!