हिसार, 20 अप्रैल। शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ कमल गुप्ता ने कहा है कि हिंद की चादर गुरू तेग बहादुर जी का 400वां प्रकाशोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। प्रकाशोत्सव पर पानीपत में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय समारोह को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रकाशोत्सव को मनाना न केवल सिख समाज बल्कि समस्त हिंदुस्तान वासियों के लिए गर्व का विषय है। डॉ कमल गुप्ता ने कहा कि भारत की भुमि पर जब-जब आसुरी शक्तियों का प्रभाव बढ़ा है, तब-तब इस धरा पर शूरवीरों ने अवतरित होकर उनका संहार करने का काम किया है, अथवा धर्म और राष्ट्र की रक्षा करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। वीर गुरु तेग बहादुर जी का नाम भी ऐसे ही महापुरूषों में शुमार है, जिन्होंने हिंद के निवासियों की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया।

उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा मनाया जाने वाला यह उत्सव पूरी तरह गैर राजनीतिक होगा। इस भव्य- दिव्य कार्यक्रम को किये जाने का उद्देश्य यही है कि गुरुओं की महिमा का संदेश दुनिया भर में पहुंचे। बच्चों को हमारे इतिहास की सही सही जानकारी मिले। शहरी निकाय मंत्री ने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी की सोच थी कि हर व्यक्ति को अपने धर्म निर्वहन की स्वतंत्रता रहनी चाहिए। उनकी सोच थी कि धर्म और राष्ट्र पर संकट हो तो इसकी रक्षा के लिए जीवन को बलिदान करने में देर नही करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि औरंगजेब  के आदेश से भाई मतिदास को आरे से काट दिया गया। भाई सती दास को रुई में लपेट कर जला दिया गया। भाई दयाल दास को उबलते तेल की कढ़ाई में डाल दिया गया, लेकिन इतनी यातनाओं के बाद भी हमारे महापुरुष धर्म के मार्ग पर डटे रहे। ऐसे महापुरूषों के बलिदान को दुनिया याद रखेगी। उन्होंने जिलावासियों से आग्रह किया वे अधिक से अधिक संख्या में पानीपत की पावन धरा पर पहुंचे और अपने गुरुओं का आर्शिवाद प्राप्त करें।

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