हरियाणा के सभी एबी-एचडब्ल्यूसी में 17 अप्रैल, 2022 को योग व वेलनेस सत्र आयोजित किए जाएंगे- अनिल विज. आगामी18 से 22 अप्रैल, 2022 तक ब्लॉक स्तर पर स्वास्थ्य मेलों का आयोजन किया जाएगा-विज चंडीगढ़ , 16 अप्रैल – हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अनिल विज ने कहा है कि “हरियाणा राज्य में आयुष्मान भारत-हैल्थ एवं वेलनेस केंद्रों (एचडब्ल्यूसी) की चौथी वर्षगांठ मनाई जाएगी। हरियाणा भर के सभी एबी-एचडब्ल्यूसी में 17 अप्रैल, 2022 को योग व वेलनेस सत्र आयोजित किए जाएंगे और 18 से 22 अप्रैल, 2022 तक ब्लॉक स्तर पर स्वास्थ्य मेलों का आयोजन किया जाएगा। जिसमें शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, खेल विभाग और अन्य सरकारी विभागों के समन्वय आदि से सभी जिलों में एबी-एचडब्ल्यूसी पर ध्यान देने के साथ विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों के बारे में जागरूकता पैदा की जाएगी। उन्होंने बताया कि ‘हैल्थ एवं वेलनेस केंद्र‘ आयुष्मान भारत का एक प्रमुख घटक है, जिसके तहत व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल के लिए डायग्नोस्टिक और क्लीनिक सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करने के लिए मौजूदा उप स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (ग्रामीण पीएचसी और शहरी पीएचसी) को आयुष्मान भारत-हैल्थ एवं वेलनेस केंद्रों (एबी-एचडब्ल्यूसी) में बदला जा रहा है। श्री विज ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री मनसुख मंडाविया ने एबी-एचडब्ल्यूसी की चौथी वर्षगांठ पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से राज्यों को संबोधित किया। इसके अलावा, इन कार्यक्रम में उपस्थित लोगों के लिए आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत विशिष्ट हैल्थ आईडी बनाने की सुविधा, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएम-जेएवाई) के तहत आयुष्मान भारत कार्ड के प्रावधान को सुविधाजनक बनाना, विभिन्न संक्रामक और गैर संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए लोगों में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाना, स्वस्थ रहने के लिए वेलनेस व्यवहार अपनाने हेतू अभिनव व्यापक मीडिया- जागरूकता गतिविधियों के माध्यम से जनता को प्रेरित करना, प्रारंभिक चरण पर ही बिमारियों का पता लगाने के लिए स्क्रीनिंग, दवाओं व डायग्नोसिस सहित बुनियादी स्वास्थ्य देखभाल, स्वास्थ्य विशेषज्ञ के द्वारा टेली – परामर्श और आवश्यकतानुसार रेफरल सुविधाएं प्रदान करना भी मुख्य लक्ष्य है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा ने कहा कि मौजूदा प्रजनन बाल स्वास्थ्य सेवाओं के अलावा, वैलनेस केंद्रों के माध्यम से गैर-संक्रामक रोगों (जैसे हाई बीपी, मधुमेह, मुंह का कैंसर, स्तन कैंसर और सर्वाइकल कैंसर) के लिए आवश्यक दवाओं, डायग्नोस्टिक्स और उपचार/प्रबंधन तथा योग सहित वैलनेस गतिविधियां प्रदान की जा रही है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हरियाणा के मिशन निदेशक श्री प्रभजोत सिंह ने बताया कि 16 अप्रैल, 2022 तक राज्य में कुल 1150 आयुष्मान भारत-स्वास्थ्य एवं वेलनेस केंद्र संचालित हैं, जिनमें से 364 ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में, 684 उप केन्द्रों में तथा 102 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में हैं। 200 उप स्वास्थ्य केंद्र भी चिन्हित किए गए हैं, जिनके भवन जर्जर अवस्था में हैं, उनका पुनर्निर्माण प्रक्रियाधीन है। एस्पिरेशनल जिला नूंह में आज तक 16 ग्रामीण-पीएचसी और सरकारी भवनों में मौजूद 38 उप-केंद्रों को एचडब्ल्यूसी में बदल दिया गया है। सभी जिलों में ई-संजीवनी टेली-परामर्श सेवाएं शुरू कर दी गई हैं। 16 अप्रैल, 2022 तक कुल 62351 टेली-परामर्श दिए जा चुके हैं। Post navigation विधायकों को कोई पेंशन नहीं मिलनी चाहिए: अभय सिंह चौटाला एक्शन मोड में गृह मंत्री विज, दो मामलों की जांच डीजीपी को एवं सात मामलों में एसआईटी गठित कर जांच के निर्देश दिए