गुरुग्राम में एक और फर्जी कॉल सेंटर का किया भंडाफोड़. नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं के साथ की जा रही थी ठगी. कॉल सेंटर से 12 लड़के और 9 लड़कियों को किया गया काबू. 27 मोबाइ,ल 21 सीपीयू, 38 हजार स्पए भी नगद बरामद किये गए. कॉल सेंटर में मौके से फर्जी अप्वाइंटमेंट लेटर भी पुलिस को मिले फतह सिंह उजाला गुरुग्राम । बीते कुछ दिनों पर नजर डालें तो साइबर सिटी गुरुग्राम में एक के बाद एक फर्जी कॉल सेंटर का पुलिस के द्वारा भंडाफोड़ किया जा रहा है । जिस तेजी से और जिस संख्या में फर्जी कॉल सेंटर सामने आ रहे हैं , इनको देख कर ऐसा लगता है कि साइबर सिटी गुरुग्राम फर्जी कॉल सेंटर की सिटी बनता जा रहा है । अब ताजा मामले में साइबर अपराध थाना गुरुग्राम में उद्योग विहार क्षेत्र में एक और फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है । इंस्पेक्टर सुंदर पाल थाना साइबर अपराध को सूचना प्राप्त हुई की उद्योग विहार क्षेत्र गुरुग्राम के फेस 5 प्लॉट नंबर 770 के दूसरे तल पर नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी करके पैसे ऐंठने का कॉल सेंटर चलाया जा रहा है । इस सूचना के बाद में कॉल सेंटर पर छापा मारने के लिए टीम का गठन किया गया । इसके बाद तय योजना के मुताबिक बताए गए स्थान प्लॉट नंबर 770 1 फेस 5 पर छापा मारा गया, जिस समय साइबर सेल की टीम के द्वारा कॉल सेंटर पर छापा मारा गया तो मौके पर 12 लड़के और 9 लड़कियां विभिन्न कंप्यूटर पर बैठकर काम करते हुए पाए गए। इन सभी को पुलिस के द्वारा अपने काबू में कर लिया गया । मौके पर देखा गया कि कॉल सेंटर में काम करने वाले लड़के और लड़कियां छोटे कीपैड फोन से नौकरी का झांसा देकर पैसों की लेनदेन की बात कर रहे थे। कॉल सेंटर के अंदर बने ऑफिस से एक यवक को भी काबू किया गया। जिस ने अपने आप को कॉल सेंटर का मालिक बताया । इसके साथ ही इस युवक ने अपना परिचय सोनू चमन निवासी मकान नंबर 251 बी हंस एंक्लेव राजीव चौक गुरुग्राम के रूप में दिया । इसके अलावा इस कॉल सेंटर पर अपने अपने केविन में अजय, दिवांशु, निशु, रोहित, लोकेश, अरविंद, सुमित, हरकेश, कृष्ण, अमित, राज, दुर्गेश सहीत कुल 12 लड़कों और ब्यूटी कुमारी, रुखसाना, मेघा, संजना, ज्योति, वंदना, श्रुति, ज्योति, चांद राठोर, सानिया सहीत कुल 9 लड़कियों को काम करते हुए पाया गया । इनके द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे कुल 27 मोबाइल फोन 21 सीपीयू एक लैपटॉप तथा 38000 नगद और मौके से फर्जी अप्वाइंटमेंट लेटर भी पुलिस के द्वारा बरामद किए गए । नौकरी के नाम पर ऑनलाइन धोखाधड़ीफर्जी कॉल सेंटर के मालिक सोनू ने प्लाट नंबर 770 के सेकंड फ्लोर का एग्रीमेंट करके प्रीमियम यूरो डिटेक्शन नाम से फर्म रजिस्टर करवा रखी थी तथा ईमेल भेजने के लिए एक डोमेन खरीदा हुआ था। फर्जी कॉल सेंटर के मालिक सोनू व उसके भाई संजय ने अपने सहकर्मियों के फर्जी प्रेस के कार्ड भी बनवा रखे थे । ताकि पुलिस को चेकिंग के दौरान कार्ड का गलत तरीके से लाभ उठाया जा सके। नौकरी दिलाने को बनाई फर्जी वेबसाइट इस कॉल सेंटर के मालिक सोनू तथा इसके सहायक अलग-अलग वेबसाइट से नौकरी की तलाश कर रहे युवकों का डाटा प्राप्त करते तथा उनके साथ अलग-अलग ईमेल आईडी के माध्यम से संपर्क करते थे । इसके बाद में ऐसे युवाओं से रजिस्ट्रेशन के नाम पर 6500 लेते थे और उसके बाद दस्तावेज अथवा डॉक्यूमेंट को चेक करने के लिए 28000 रुपए तथा कमीशन के नाम पर 89000 लेते थे । सिक्योरिटी के नाम पर लोगों से प्रति व्यक्ति 10 लाख रुपए तक की भी धोखाधड़ी करके पैसे इनके द्वारा ऐठे जाने के मामले सामने आए हैं। जो लोग पहले से नौकरी पर हैं, उनको मोटा पैकेज का लालच देकर अपनी फर्जी वेबसाइट के माध्यम से पेमेंट गेटवे वह अलग-अलग पेमेंट लिंक के माध्यम से इंडसइंड बैंक के खाता में पैसा प्राप्त करते थे । कंपनी के फर्जी अपॉइंटमेंट लेटर यह सभी लोग कंपनी के फर्जी अपॉइंटमेंट लेटर तैयार करवा कर युवकों को इंटरव्यू के लिए कॉल भी करते थे । इसके बाद एक या दो इंटरव्यू करवाने के बाद उनकी नौकरी पक्की करने के नाम पर धोखाधड का काम किया जा रहा था । जब भी कोई व्यक्ति अपनी नौकरी या फिर दिए गए पैसे के बारे में पूछता था तो उसको विभिन्न कारण बताकर गुमराह करते चले आ रहे थे। फर्जी कॉल सेंटर के मालिक सोनू के मुताबिक बीते सितंबर महीने से लेकर अभी तक करीब सवा करोड़ रुपए से अधिक की ऑनलाइन ठगी का काम यह लोग कर चुके हैं । इस काम में उसका भाई संजय सहयोगी है तथा अनिल और दीपक निवासी द्वारका राज पुत्र सतबीर निवासी मकान नंबर 833 नजदीक फन एंड फूड विलेज कपासहेड़ा दिल्ली और अजीत निवासी ब्लॉक डीएलएफ फेस 3 गुरुग्राम उसके पार्टनर हैं । सोनू और भाई संजय के खिलाफ दर्ज मामलेपुलिस प्रवक्ता के मुताबिक फर्जी कॉल सेंटर के मालिक सोनू और उसके भाई संजय के खिलाफ पहले भी नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी करने के विभिन्न राज्यों में अलग-अलग मुकदमे दर्ज हैं । इस प्रकार के मुकदमों में साइबर थाना गुरुग्राम , साइबर थाना हैदराबाद , साइबर थाना वडोदरा गुजरात और थाना श्यामपुरा कोलकाता पश्चिमी बंगाल में इसी प्रकार से ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले पहले से ही दर्ज किए गए हैं । सोनू ने अपनी वेबसाइट पर डाला हुआ है कि उनकी फर्म ने अब तक 18500 लोगों को विभिन्न स्थानों पर रोजगार उपलब्ध करवाया है । इसी तरह के विज्ञापन से नौकरी की तलाश में भटक रहे अनेक बेरोजगार युवाओं को अपने झांसे में लेने का काम बीते काफी समय से करते आ रहे थे । नौकरी प्राप्त करने की उम्मीद में बेरोजगार युवक धोखाधड़ी के इनके जाल में फस जाते थे और इनकी ठगी का शिकार होकर कॉल सेंटर संचालकों के द्वारा नौकरी के नाम पर मांगे गए पैसे का भुगतान कर ठगी का शिकार हो रहे थे। Post navigation आमजन के गुम हुए 103 मोबाईल फोन्स को साईबर सैल पूर्व, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने ढूंढकर किया बरामद गुरूकमल से क्या मिलेगा गुरुग्राम वासियों को ?