साइबर हमले से बचने के लिए जानकारी और उपाय पर हुई चर्चा* पंचकूला/चंडीगढ़, 13 अप्रैल – हरियाणा राज्य आईएसएमओ (सूचना सुरक्षा प्रबंधन कार्यालय) टीम द्वारा पुलिस और जिलों के सभी आयुक्तालय प्रभारी सीसीटीएनएस (क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम्स) के लिए आज हरियाणा-112, एसईआरसी भवन, सेक्टर-3 पंचकूला में ‘‘साइबर सुरक्षा खतरे और उनके जवाबी उपायों‘‘ पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन एडीजीपी दूरसंचार-आईटी व नोडल अधिकारी सीसीटीएनएस हरियाणा डॉ0 अर्शिंदर सिंह चावला द्वारा किया गया। इस अवसर पर एसपी आईटी हिमांशु गर्ग सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। डॉ चावला और श्री हिमांशु गर्ग ने प्रौद्योगिकी के वर्तमान युग में इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी व साइबर खतरों और हरियाणा पुलिस के कंप्यूटरों में उपलब्ध डेटा की सुरक्षा की आवश्यकता के बारे में सभी को जानकारी दी। हरियाणा आईएसएमओ टीम के सदस्य – सुदीप्त चोधरी सीआईएसओ, अमित बेनीवाल सीनियर आईएसक्यूए, परमदीप सिंह भाटिया आईएसक्यूए और संजय सिंह कुंतल सीनियर आईएसटीई ने साइबर हमलों से सुरक्षित रहने के लिए हैकिंग और प्रक्रियाओं की पूरी प्रक्रिया का प्रदर्शन करते हुए साइबर किल चेन व विभिन्न प्रकार के मालवेयर और हमलों के बारे में जानकारी दी। टीम ने फिशिंग, रैनसमवेयर, मालवेयर, वायरस और वर्म्स आदि के बारे में पुलिस अधिकारियों व जवानों के प्रश्नों और शंकाओं को भी स्पष्ट किया। साइबर हमलों के लक्षणों और उनकी रोकथाम से संबंधित मूल बातों पर भी चर्चा की गई। इस अवसर पर डॉ0 चावला ने पुलिस मुख्यालय पंचकूला में सभी क्षेत्रीय इकाइयों और सीसीटीएनएस टीम से हरियाणा पुलिस के मेहनती अधिकारियों व जवानों को “सीसीटीएनएस पदक” से सम्मानित किया। उन्होंने यह भी इच्छा व्यक्त की कि सभी राज्यों के लिए हर महीने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो, गृह मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली द्वारा तैयार किए गए प्रगति डैशबोर्ड में राज्य का शीर्ष स्थान बनाए रखने के लिए सभी को कड़ी मेहनत करनी चाहिए। Post navigation सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले ‘‘हरियाणा 112‘‘ के 59 पुलिस व अन्य कर्मी सम्मानित 54.38 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होगा प्रदेश का पहला पांच मंजिला टीबी, छाती एवं हृदय रोग अस्पताल : अनिल विज