पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के वरिष्ठ नेतृत्व ने अपराध से निपटने के लिए अंतरराज्यीय समन्वय बढ़ाने पर दिया बल डीजीपी हरियाणा सहित अन्य राज्यों के तमाम पुलिस प्रमुख रहे मौजूद उत्तरी क्षेत्रीय पुलिस समन्वय समिति की बैठक में भागीदारी करने वाले प्रतिनिधिमंडल में दिल्ली पुलिस आयुक्त, पुलिस महानिदेशक – हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, सीएपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी सहित अन्य राज्यों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने की शिरकत पुलिस महानिदेशक, हरियाणा, श्री प्रशांत कुमार अग्रवाल गुरुग्राम में आयोजित उत्तरी क्षेत्रीय पुलिस समन्वय समिति की बैठक के दौरान पुलिस आयुक्त दिल्ली श्री राकेश अस्थाना को स्मृति चिन्ह भेंट करते हुए। चंडीगढ़, 7 अप्रैल – उत्तर-भारतीय राज्यों में पुलिस समन्वय को और अधिक मजबूत बनाते हुए क्राइम पर अंकुश लगाने व अन्य गंभीर मुद्दों पर चर्चा के लिए गुरुग्राम में उत्तरी क्षेत्रीय पुलिस समन्वय समिति की बैठक का आयोजन किया गया। हरियाणा पुलिस द्वारा आयोजित बैठक के दौरान, पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के शीर्ष अधिकारियों द्वारा उत्तरी भारत के राज्यों में अपराध से निपटने हेतु अंतर राज्यीय पुलिस समन्वय बढ़ाने के लिए कई मामलों पर चर्चा के बाद आपसी सहमति बनी। इस अहम बैठक में आतंकवादियों-गैंगस्टर-अपराधी गठजोड़ के उभरते रुझानों, मादक पदार्थों की तस्करी जैसे संवेदनशीन मुद्दों, सोशल मीडिया निगरानी की बेहतर प्रथाओं को साझा करने, पुलिस गतिविधियों में ड्रोन के उपयोग के क्षेत्र में क्षमता निर्माण, जेलों में बंद आतंकवादियों/अपराधियों की गतिविधियाँ की निगरानी आदि मामलों पर भी बारीकी से चर्चा की गई। पुलिस आयुक्त दिल्ली श्री राकेश अस्थाना और पुलिस महानिदेशक, हरियाणा, श्री प्रशांत कुमार अग्रवाल गुरुग्राम में आयोजित उत्तरी क्षेत्रीय पुलिस समन्वय समिति की बैठक की सह-अध्यक्षता करते हुए बैठक की सह-अध्यक्षता पुलिस आयुक्त दिल्ली श्री राकेश अस्थाना और पुलिस महानिदेशक, हरियाणा, श्री प्रशांत कुमार अग्रवाल द्वारा की गई जिसमें हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर, दिल्ली सहित उत्तरी राज्यों के तमाम वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों सहित सीएपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी भी शाामिल हुए। पुलिस अधिकारियों ने अंतर-राज्यीय रेड और तलाशी के दौरान समन्वय और सहयोग बढ़ाने की योजना बनाने का भी निर्णय लिया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अपराधी अपराध के बाद किसी भी सूरत में गिरफ्तारी से बच न सकें। किसी भी प्रकार की अंतर-राज्यीय आपराधिक गतिविधियों से संबंधित रीयल-टाइम सूचना साझा करने पर भी बल दिया गया जो पुलिस बलों के बीच आपसी समन्वय बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगा। साथ ही अंतरराज्यीय सुरक्षा व्यवस्था, अपराध, संगठित अपराध, साइबर क्राइम, ड्रग्स तस्करी, मानव तस्करी आदि गंभीर मुद्दों पर भी कार्य करते हुए पुलिस के बीच समन्वय को कायम रखने के लिए इस बैठक में अहमियत दी गई। बैठक को संबोधित करते हुए डीजीपी हरियाणा श्री. प्रशांत कुमार अग्रवाल ने कहा कि अंतर्राज्यीय पुलिस बलों के बीच रणनीतिक सहयोग इन सभी मुद्दों से निपटने में अहम हथियार की तरह काम करेगा। उन्होंने अपराध और अन्य अवैध गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए हरियाणा पुलिस को पड़ोसी और अन्य राज्य पुलिस बलों द्वारा दिए गए सहयोग की भी सराहना की। इस प्रकार की बैठक के आयोजन से राज्यों के बीच खुफिया जानकारी साझा करते हुए उत्तरी क्षेत्र में अपराध से निपटने व अन्य मामलों में पुलिस समन्वय बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने उत्तरी राज्यों के बीच प्रभावी समन्वय की सराहना करते हुए कहा कि अपराधियों और मादक पदार्थ तस्करों पर शिकंजा कसने के लिए रीयल-टाइम इनपुट साझा करने की सख्त जरूरत है और इस दिशा में आज की बैठक कारगर साबित होगी। बैठक में उपस्थित अधिकारियों में दिल्ली के पुलिस आयुक्त श्री राकेश अस्थाना, डीजीपी उत्तराखंड श्री अशोक कुमार, विशेष निदेशक आईबी श्री मनमोहन सिंह, विशेष सचिव रॉ श्री रवि सिन्हा, डीजीपी पंजाब श्री वी.के. भावरा, डीजीपी हिमाचल प्रदेश श्री संजय कुंडू, एडीजी, सीआईएसएफ, श्री अरविंद दीप, एडीजी एनसीबी, श्री ज्ञानेश्वर सिंह, स्पेशल डीजी, सीआरपीएफ, श्री यू.सी. सारंगी, विशेष डीजीपी, जम्मू-कश्मीर, श्री आर.आर. स्वैन, एडीजी बीएसएफ श्री पी.वी. रामशास्त्री, एडीजीपी बीपीआर एंड डी श्र. नीरज सिन्हा, एडीजीपी, सीआईडी हरियाणा, श्री आलोक मित्तल, एडीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर), हरियाणा, श्री संदीप खिरवार, पुलिस आयुक्त गुरुग्राम श्रीमती कला रामचंद्रन, आईजीपी, जयपुर रेंज, श्री उमेश चंद दत्त, आईजीपी, एसएसबी, श्री पी.के. गुप्ता व अन्य शामिल रहे। Post navigation ‘‘चण्डीगढ का मुददा पंजाब सरकार ने लोगों का ध्यान भटकाने के लिए छेडा है’’- गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री केजरीवाल की मौजूदगी में हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट के संस्थापक निर्मल सिंह ने अपनी पूरी पार्टी को आम आदमी पार्टी में विलय किया