पंचकुला—देश में सविधान के मुताबिक किन्नर समाज को पूरा हक मिलने पर भी किन्नरों की समस्या कम होने का नाम नही लेती । हर दूसरे तीसरे दिन समाचार पत्रों में देश मे कोई ना कोई विवाद पढ़ने को मिलता रहता है । इन समस्याओं को देखते हुए देश में किन्नर समाज व प्रशासनिक अधिकारियों के बीच तालमेल मधुर होना बहुत जरूरी है । यह बात अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार ऑब्जर्वर्स किन्नर विंगस की राष्ट्रीय अध्यक्ष मुबारकपुर गद्दीनशीं तमन्ना महंत ने एक प्रेसविज्ञप्ति जारी करते हुए कही । उन्होंने कहा कि किन्नर समाज में कई नकली ट्रांसजेंडर शामिल हो उनकी कार्यप्रणाली को बदनाम करने में लगे हुए हैं । आमतौर पर देखा जाता है कुछ नकली ट्रांसजेंडर चौराहों , बसों व रेलवे स्टेशनों पर भीख मांगते नजर आते हैं । जिन पर तुरन्त प्रशासनिक अधिकारी रोक लगा कानूनी कारवाई करे । सभी किन्नर समाज के देश के हर जिले में डेरे बने हुए हैं और उन डेरो पर उनके मुखिया महंत विराजमान हैं । जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को उन डेरा प्रमुख महंतों से महीने में एक मीटिंग जरूर करनी चाहिये ताकि ट्रांसजेंडरों को आ रही समस्याओं पर विचार विमर्श कर उन्हें बिना किसी विवाद के सुलझाया जा सके । तमन्ना महंत ने कहा हर किन्नर समाज डेरे का एक क्षेत्र निर्धारित होता है । लेकिन कुछ शरारती नकली ट्रांसजेंडर उनके क्षेत्र में अपनी मनमानी कर लोगो को धमकाते व परेशान कर विवाद की स्थिति उतपन्न कर झगड़े करते हैं । ऐसे में कई बार झगड़े इतने बड़ जाते है कि जो बाद में खूनी रूप धारण कर लेते हैं । अगर जिले में प्रशासनिक अधिकारियों व डेरा प्रमुख महंतों के बीच तालमेल बना होगा तो ट्रांसजेंडरों के बीच हो रहे विवादों पर रोक लगाना सम्भव हो पायेगा । Post navigation हरियाणा सरकार ने सार्वजनिक स्थानों और कार्यस्थलों पर मास्क पहनने की अनिवार्यता को लिया वापिस- स्वास्थ्य मंत्री मुख्यमंत्री, उनके मंत्री, विधायक व पूर्व विधायक खास बने रहना चाहते हैं,इसीलिए एक से ज्यादा पेंशन को छोडऩा नहीं चाहते: डा. सुशील गुप्ता