एक दूसरे पर हमलावर हो रहे हैं कांग्रेसी

भारत सारथी

पांच राज्यों में कांग्रेस की हार के बाद पार्टी में आंतरिक कलह तेज होता जा रहा है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री कपिल सिब्बल कांग्रेस की लगातार हार के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर लगातार निशाना साध रहे हैं।

कपिल सिब्बल कांग्रेस की संस्कृति नहीं जानते
गहलोत ने सिब्बल के उस बयान पर पलटवार किया है,जिसमें उन्होंने गांधी परिवार को लीडरशिप से हटने के लिए कहा था। गहलोत ने कहा कि सिब्बल कांग्रेस संस्कृति के व्यक्ति नहीं है। वह बड़े वकील हैं,उनका कांग्रेस में प्रवेश हो गया, लेकिन कांग्रेस संस्कृति में कार्यकर्ता की तरह उनकी रगड़ाई नहीं हुई है। कांग्रेस संस्कृति में काम करते, फिर धीरे-धीरे मौका मिलता, लेकिन सोनिया के आर्शीवाद और राहुल के सहयोग से उन्हे सीधे केन्द्रीय मंत्रिमण्डल में जगह मिली।

सिब्बल के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया
मंगलवार को जयपुर में गहलोत ने कहा कि जिसे कांग्रेस ने इतना सबकुछ दिया हो, उस व्यक्ति के मुंह से ऐसे शब्द निकलना दुर्भाग्यपूर्ण है। सिब्बल कांग्रेस की एबीसीडी नहीं जानते,मूल भावना नहीं समझते। आजादी से पहले और बाद में कांग्रेस ने देश के लिए बलिदान किए हैं । यह बात सिब्बल भूल जाते हैं। सिब्बल ने कहा कि पिछले 30 साल में गांधी परिवार का कोई व्यक्ति प्रधानमंत्री, मंत्री या मुख्यमंत्री नहीं बना, फिर भी देश के लोग चाहते हैं कि कांग्रेस को एकजुट गांधी परिवार ही रख सकता है। देश गांधी परिवार के साथ है।

कांग्रेस को खत्म करने वाले खुद खत्म हो जाएंगे
गहलोत ने कहा कि सिब्बल फ्रस्ट्रेशन (निराशा) में इस तरह की बात कर रहे हैं। सिब्बल ने क्या सोच रखा है, यह बात समझ से परे है। ऐसे वक्त में जब पार्टी जीत नहीं पाई, नेताओं को एकता दिखानी चाहिए थी । गहलोत ने कहा कि कांग्रेस को खत्म करने वाले खुद खत्म हो जाएंगे।

उल्लेखनीय है कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री सिब्बल ने विचार-मंथन सत्र आयोजित करने के पार्टी के फैसले की आलोचना करते हुए गांधी परिवार को पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से अलग होने की सलाह दी थी । उन्होंने कहा था कि गांधी परिवार से कांग्रेस की लीडरशिप से हट जाना चाहिए । उन्होंने कहा कि गांधी परिवार को कांग्रेस के नेतृत्व से हटना चाहिए । नेतृत्व की भूमिका के लिए और किसी अन्य व्यक्ति को मौका देना चाहिए

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