अपनी शक्ति को पहचानें महिलाएं: सुनीता दुग्गल

-आशा गगन गोयल ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में किया कार्यक्रम
-सिरसा से सांसद सुनीता दुगगल ने कार्यक्रम में की शिरकत
-महिलाओं को मानसिक, शारीरिक, आर्थिक और आध्यात्मिक रूप से मजबूत होने का संदेश दिया

गुुरुग्राम। अखिल भारतीय अग्रवाल महिला सम्मेलन की महामंत्री आशा गगन गोयल की ओर से यहां अग्रवाल धर्मशाला में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यहीं पर होली मिलन भी हुआ। इसमें सिरसा की सांसद सुनीता दुग्गल मुख्य अतिथि, भाजपा हरियाणा की एनजीओ सेल प्रमुख स्वाति यादव विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुईं। भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश सचिव एवं गुरुग्राम इंचार्ज अलीशा तोमर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुईं।

वार्ड-18 स्थित अग्रवाल धर्मशाला में इस कार्यक्रम की आयोजक आशा गगन गोयल के मुताबिक महिलाओं को समाज में अहम स्थान दिलाने, उन्हें उनकी शक्ति को पहचानने के लिए अतिथियों ने प्रेरित किया। कार्यक्रम में महिलाओं को मानसिक, शारीरिक, आर्थिक और आध्यात्मिक रूप से महिलाओं को सक्षम होने का संदेश दिया गया। कार्यक्रम में अखिल भारतीय अग्रवाल महिला सम्मेलन की जिला अध्यक्ष समता सिंगला, भाजपा महिला मोर्चा की निर्मला नागेश, ज्योति सिंह, पिंकी यादव, सुनीता यादव, सीमा तोमर, रितू कपूर, अलका दलाल, योगिता सैनी, श्रुति मित्तल, नीना सोनी, संतोष कुमारी, आस्था ढींगरा, रीमा गोयल, मिनाक्षी सक्सेना, रजनी सुनित कुमार, पुष्पा शर्मा जांगिड़ आदि को सम्मानित किया गया।

अपने संबोधन में सांसद सुनीता दुगगल ने कहा कि हर क्षेत्र में महिलाओं को आगे आकर काम करना चाहिए। पुरुषों को भी चाहिए कि वे अपने घर की महिलाओं को आगे बढऩे में उनका सहयोग करें। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में महिलाएं चूल्हा-चौका से बाहर निकलकर समाज की मुख्यधारा में शामिल हुई हैं। महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपना एक मुकाम बनाया है। उनके काम को हर जगह पर पसंद किया जाता है। वे पूरी निष्ठा और मजबूती के साथ अपने-अपने क्षेत्र में काम करके खुद को साबित कर रही हैं।

इस कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा के प्रदेश प्रमुख नवीन गोयल ने भी शिरकत की। उन्होंने कहा कि महिलाओं को समाज में अहम स्थान मिले, यह हम सबका प्रयास रहता है। हम महिलाओं को बराबरी का दर्जा दिलाने के लिए काम कर रहे हैं। महिलाओं ने समाज में अपने को साबित किया है।  

न्यूयॉर्क से हुई थी इस दिवस की शुरुआत: आशा गोयल
कार्यक्रम की आयोजक आशा गगन गोयल ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत अमेरिका के न्यूयार्क शहर से महिलाओं ने अपने हक के लिए की थी। बाद में इसे संयुक्त राष्ट्र ने आधिकारिक मान्यता प्रदान की। महिलाएं ही हैं जो हमें अपने हक के लिए लडऩा सिखाती हैं। महिला दिवस के दिन महिलाओं को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया जाता है। समाज को लैंगिक एकता व समानता के लिए जागरूक किया जाता है।  

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