गाय माता के साथ बेसहारा शब्द लगाने पर विधायक नीरज शर्मा ने विधानसभा में किया विरोध

सरकार द्धारा सरासर गलत जवाब दिया गया है क्योकि कोरोना काल के दौरान अकेले फरीदाबाद में ही हजारों केस आए तो हरियाणा में कितने केस आए होगे : विधायक नीरज शर्मा

चण्डीगढ 03 मार्च 2022 -गाय माता के साथ बेसहारा शब्द लगाने पर विधायक नीरज शर्मा ने विधानसभा में किया विरोध, श्री शर्मा द्धारा विधानसभा में पशुधन में बोलते हुए कहा की अगर हमारे उपर से माता पिता का हाथ हठ जाए तो बेसहारा हम होगे ना की हमारे माता पिता। सरकार इसपर सख्त कानून बनांए की गाँय माता सडक पर जाती ही क्योकि है इसकी पूरी टेक्गिं होनी चाहिए की क्योकि शहरो मेे खारकर देखा जाता है की सुबह शाम गाँय माता दूध देती है उसके बाद डेयरी संचालको द्धारा बाहर धूमने के लिए छोड दिया जाता है और जब माता दूध देना बंद कर देती है तो उसको अवारा धूमने के लिए छोड दिया जाता है। इसके साथ-2 विधायक नीरज शर्मा द्धारा सुझाव देते हुए कहा की हर शहर में एक डेयरी कालोनी स्थापित की जाए ताकि कोई भी गाँय माता अवारा ना धूमे और सरकार के द्धारा नीति निर्धारित की जाए जिस गाँय से जितनी इनकम होगी उसका इतने प्रतिशत भाग उसी गाँय माता के रखरखाव पर खर्च किया जाएगा।

इसके साथ ही विधायक श्री नीरज शर्मा द्धारा विधानसभा में अतारकिंत प्रश्न के द्धारा शहरी निकाय मंत्री से पूछा गया की मथुरा रोड पर बदरपुर मेट्रो स्टेशन से बल्लभगढ मेट्रो स्टेशन तक अवैध निर्माणो की कुल सख्या कितनी है तथा अवैध निर्माणो पर सरकार की टीओडी परागमन उन्मुख निकाय नीति लागू न किए जाने के क्या कारण है व अवैध निर्माणो को हटाने के लिए सरकार क्या कदम उठा रह है जिसपर सरकार द्धारा जवाब देते हुए कहा गया की वर्ष 2018 से दिल्ली फरीदाबाद सीमा झाडसैंतली सीमा तक जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनो किनारो पर स्थिति इकाईयों पर डोर टू डोर सर्वेक्षण किया गया था, जिसमें 161 अनाधिकृत निर्माण जो की स्वीकृत भवन योजना के विपरीत है या भवन योजना की स्वीकृति प्राप्त किए बिना बने हुए थे उन्हे चिन्हित किया गया था। नगर निगम फरीदाबाद के पास अवैध निर्माणो को हटाने के लिए उठाए गए कदमों का विवरण संकलित प्रपत्र में उपलब्ध नही है। अनाधिकृत निर्माणो की रोकथाम के लिए उल्लंधनकर्ताओं के खिलाफ उचित कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए आवश्यक कार्यवाही करेगा।

विधायक श्री नीरज शर्मा द्धारा विधानसभा में अतारकिंत प्रश्न के द्धारा स्वास्थ्य मंत्री से पूछा गया की हरियाणा राज्य में जनवरी 2015 से 31 दिंसम्बर 2021 तक सरकार के सज्ञंान आए निजी तथा सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकीय लापरवाही के मामलों की जिला वार सख्या कितनी है जिसपर सरकार द्धारा जवाब दिया गया की राज्य में निजी अस्पतालों में 68 और सरकारी अस्पतालों में 4 मामले आए। जिसपर श्री नीरज शर्मा द्धारा कहा गया की सरकार द्धारा सरासर गलत जवाब दिया गया है क्योकि कोरोना काल के दौरान अकेले फरीदाबाद में ही हजारों केस आए तो हरियाणा में कितने केस आए होगे।

नियम 134 ए के अंतर्गत चालू शैक्षणिक वर्ष के लिए राज्य के विधालयों में प्रवेश के लिए आवेदन करने वाले विधार्थियों की संख्या कितनी है तथा प्रवेश पाने वाले छात्रो की सख्ंया कितनी है तथा चालू वर्ष में प्रवेश ना पाने वाले शेष छात्रो के प्रवेश के लिए सरकार द्धारा क्या पग उठाए गए तथा प्रवेश ना देने वाले विधालय/शिक्षा संस्थानों के विरूध सरकार द्धारा क्या कार्यवाही की गई है जिसपर सरकार द्धारा जवाब दिया गया है कि वर्तमान शैक्षाणिक वर्ष के दौरान नियम 134 ए के तहत प्रवेश के लिए आवेदन वाले कुल छात्रों की सख्ंया 66237 है स्क्रूटनी और स्क्रीनिंग टेस्ट के बाद मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों के 36167 छात्र और राजकीय विधालयों के 11298 छात्र स्कूल में प्रवेश के लिए चयन किया गया है। 45289 छात्रों में से 21000 छात्रों ने विभिन्न चयनित मान्यता प्राप्त निजी विधालयोें में प्रवेश लिया है सरकार द्धारा तीन बार समय समयावधि को 15.12.21 से 18.02.22 तक बढाया गया तथा चयनित मान्यता प्राप्त निजी विधालयों में योग्य विधार्थियों के प्रवेश हेतू जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को दिशा निदेश दिए गए तथा सरकार द्धारा इन चूककर्ता मान्यता प्राप्त निजी विधालयों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इसपर विधयाक श्री नीरज शर्मा ने कहा कि इन सबके बावजूद अभिभावक दर-2 धक्के खा रहे है।

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