क्षेत्र में यह सबसे पुरानी शिक्षण संस्था: सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओम प्रकाश यादव
इस संस्था ने प्रदेश व देश में अनेक डॉक्टर, इंजीनियर व प्रशासनिक अधिकारी दिए हैं :ओम प्रकाश यादव
संस्था को एक बड़ा साइलेंट जनरेटर देने की घोषणा
भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव ने आज पुल बाजार के नजदीक श्री आदर्श सनातन धर्म वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय (एएसडी) के 76वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। इस मौके उन्होंने विद्यालय के बच्चों की पढ़ाई को ध्यान में रखते संस्था को एक बड़ा साइलेंट जनरेटर देने की घोषणा की।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव ने कहा कि एएसडी विद्यालय को स्थापित हुए 76 वर्ष हो गए हैं। नारनौल क्षेत्र में यह सबसे पुरानी शिक्षण संस्था है। इस संस्था ने प्रदेश व देश में अनेक डॉक्टर, इंजीनियर व प्रशासनिक अधिकारी दिए हैं जो देश के कोने कोने में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। ऐसी पुरानी संस्थाओं का सजीव रहना समाज की उन्नति व सफलता के लिए बहुत आवश्यक है।
उन्होंने बताया कि सनातन का अर्थ है शाश्वत या हमेशा बना रहने वाला। सनातन धर्म मूलतः भारतीय धर्म है, जो किसी समय भारतीय उपमहाद्वीप तक व्याप्त रहा है। उन्होंने कहा कि विश्व के इस क्षेत्र की बहुसंख्यक आबादी इसी धर्म में आस्था रखती है।
इस मौके पर कार्यक्रम अध्यक्ष प्रमुख समाजसेवी नेमीचंद जैन ने बताया कि एएसडी के 76वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में पूज्य भगवान गणेश जी की पूजा व मां सरस्वती की आराधना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर सनातन धर्म सभा के प्रधान धर्मचंद छाबड़ा व एएसडी एजुकेशन बोर्ड के अध्यक्ष गोविंद भारद्वाज ने सनातन धर्म का ध्वजारोहण किया। इसके बाद पुण्य कर्म हवन किया गया। इसमे यजमान की भूमिका एसडी एजुकेशन बोर्ड व अध्यक्ष गोविन्द भारद्वाज व उनकी धर्मपत्नी ने निभाई।
इस अवसर पर सनातन धर्म सभा के अध्यक्ष धर्मचंद छाबडा, एसडी बोर्ड के प्रबंधक निदेशक सत्यनारायण गुप्ता तथा अन्य उपस्थित सनातन धर्म सभा और एसडी एजुकेशन बोर्ड के सदस्यों व विद्यालय का स्टाफ तथा बच्चों ने यज्ञ में आहुति दी।
नेमीचंद जैन ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि बच्चों को समाज से बहुत कुछ मिल जाएगा परन्तु संस्कार विद्यालय से ही प्राप्त होते है। उन्होंने अध्यापकों से आह्वान किया कि बच्चों को सप्ताह में कम से कम एक बार अवश्य नैतिक शिक्षा पर मार्गदर्शन करवाएं।
इस मौके पर एसडी एजुकेशन बोर्ड के अध्यक्ष गोविन्द भारद्वाज ने मंत्री जी का आभार व्यक्त किया तथा उन्हें प्रेम स्वरूप स्मृति चिह्न भेंट किया। साथ ही उन्होंने कहा की बसंत पंचमी वाणी व संगीत की देवी भगवती सरस्वती का पादुर्भाव दिवस है। भगवान ब्रह्मा ने सम्पूर्ण लोक के कल्याण के लिए माता सरस्वती की रचना की। माता सरस्वती ज्ञान व विद्या की देवी है। उनके आशीर्वाद से ही सम्पूर्ण विश्व को अपने विचारो से प्रकट करने का सामर्थ्य प्राप्त हुआ है।
इस मौके पर सनातन धर्म सभा व एसडी एजुकेशन बोर्ड की ओर से शहर के प्रमुख शिक्षाविदो व गणमान्य व्यक्तियों डीपीएस चौहान (सेवानिवृत डीईओ ), दुर्गा दत्त प्रधान (सेवानिवृत डीईओ), पुष्करमल वर्मा (सेवानिवृत उपनिदेशक शिक्षा बोर्ड), धर्मवीर ( नगर कार्यवाहक आरएसएसएस, व बजरंग लाल गर्ग( प्रधान व्यापर मंडल) को सम्मानित किया।
इस अवसर पर एसडी एजुकेशन बोर्ड के पूर्व प्रधान गोपाल शरण गर्ग, सनातन धर्म सभा के प्रधान धर्मचंद छाबड़ा, उपप्रधान दशरथ प्रसाद शर्मा, ओमप्रकाश गुप्ता, पन्नालाल मित्तल, बनवारी लाल सैनी, विनोद कुमार, एसडी एजुकेशन बोर्ड के उप प्रधान बेगराज गोयल, सचिव सतीश कुमार गर्ग, पूर्व प्रधान व सदस्य गोपाल शरण गर्ग, हरीश सिंघल, सुरेश कुमार बंसल, एएसडी स्कूल प्राचार्य भारत भूषण यादव, एम एएसडी स्कूल प्राचार्य शंकराचार्य तथा समस्त विद्यालय स्टाफ मौजूद था।