एचएयू के 53वां स्थापना दिवस की शुरूआत चौधरी चरण सिंह व ताऊ देवीलाल की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण से हुई

दो दिवसीय पुस्तक प्रदर्शनी का शुभारंभ, इनकम टैक्स पर ऑनलाइन कार्यशाला आयोजित

हिसार :  2 फरवरी – चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के 53वें स्थापना दिवस की शुरूआत कुलपति प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज ने चौधरी चरण सिंह व ताऊ देवीलाल की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर की। वित्त नियंत्रक कार्यालय की ओर आयोजित इस कार्यशाला का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बी. आर. काम्बोज ने बतौर मुख्य अतिथि कुलपति सचिवालय में किया। मुख्यातिथि ने कहा कि सभी डी.डी.ओ और संबंधित कर्मचारियों को इनकम टैक्स से संबंधित जानकारी होनी बहुत जरूरी है। इससे कर्मचारियों के वेतन पर, ठेकेदार की बिल पर सही से आयकर की गणना की जा सके, आयकर रिटर्न आयकर विभाग में सही से फाइल की जा सके ताकि आहरण तथा वितरण अधिकारियों को भविष्य में कोई समस्या ना हो। उन्होंने प्रतिभागियों को आयकर से संबंधित सभी प्रश्न एवम संदेहों को विशेषज्ञ के परामर्श से दूर करने की सलाह देते हुए इस कार्यशाला का अधिक से अधिक लाभ उठाने का आह्वान किया। वित्त नियंत्रक नवीन जैन ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और इस कार्यशाला के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। कार्यशाला में वरिष्ठ चार्टड एकाउंटेंट राम निवास अग्रवाल ने प्रतिभागियों को ऑनलाइन माध्यम से इनकम टैक्स से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियों से अवगत कराया।

दो दिवसीय पुस्तक प्रदर्शनी का शुभारंभ
विश्वविद्यालय के नेहरू पुस्तकालय में दो दिवसीय पुस्तक प्रदर्शनी का शुभारंभ हुआ। प्रदर्शनी के शुभारंभ अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज बतौर मुख्यातिथि उपस्थित हुए। उन्होंने कहा कि पुस्तकें इंसान की सच्ची मित्र होती हैं। इसलिए इनके गहन अध्ययन से न केवल मन को एकाग्रता मिलती है बल्कि व्यक्ति का मानसिक व अध्यात्मिक विकास भी होता है। इस अवसर पर पुस्कालयाध्यक्ष डॉ. बलवान सिंह ने इस दो दिवसीय प्रदर्शनी के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस प्रदर्शनी में कृषि विज्ञान, सहायक विज्ञान, गृह विज्ञान, खाद्य विज्ञान एवं तकनीकी, नैनो टैक्नॉलोजी, कृषि व्यवसाय, मत्स्य विज्ञान, प्रतियोगी एवं सामान्य ज्ञान की पुस्तकों को प्रदर्शित किया गया है। इसमें आधुनिक विषय वस्तु के साथ करीब सात हजार पुस्तकों की प्रदर्शनी लगाई गई है जिसमें दिल्ली से 10 प्रसिद्ध पब्लिशर्स हिस्सा ले रहे हैं। इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य उच्चतम गुणवत्ता की पुस्तकों का चयन किया जाना है ताकि विश्वविद्यालय के नेहरू पुस्तकालय में उनकी उपलब्धता आसानी से हो सके।

You May Have Missed

error: Content is protected !!