—–  प्रदेश अध्यक्ष ने झज्जर में जल भराव की जल्द निकासी,  फसली नुकसान की  विशेष गिरदावरी और मुवावजा देने के लिए कृषि मंत्री से की बात                                                         
 ——-   राजस्व एवं आपदा प्रबंधन के अतिरिक्त मुख्य सचिव पी के दास ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष धनखड़ से मुलाकात कर दी जानकारी   

सोनू धनखड़

चंडीगढ़, झज्जर :-  प्रदेश भाजपा अध्यक्ष औम प्रकाश धनखड़ से राजस्व एवं आपदा प्रबंधन के अतिरिक्त मुख्य सचिव पी के दास ने  मुलाकात की और झज्जर सहित प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में जल भराव से हुए फसली नुकसान की विशेष गिरदावरी , जल निकासी, फसल खराबे का मुवावजा, जल भराव की समस्या के स्थायी समाधान के लिए तैयार योजना और सूखा राहत एवं बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की सरकार द्वारा स्वीकृत योजनाओं की जानकारी दी। 

धनखड़ ने एसीएस से  कहा कि झज्जर व रोहतक में  जल भराव से हुए फसली नुकसान की स्पेशल गिरदावरी कर किसानों को फसल बीमा योजना और मुवावजा नीति के अनुसार  तत्काल राहत प्रदान करने की जरूरत है। खेतों से जल्द जल निकासी करने को भी कहा। इस दौरान  धनखड़ ने प्रदेश के कृषि मंत्री जे पी दलाल से भी फोन पर  बात की और झज्जर व रोहतक में जल भराव से हुए नुकसान की विशेष गिरदावरी करवाने को कहा। 

एसीएस दास ने प्रदेश अध्यक्ष  धनखड़ को बताया कि  खेतों में खड़े पानी की निकासी व उसके दोबारा उपयोग के लिए 221 करोड़ रुपये की योजनाएं तैयार की गई हैं।

 इस वर्ष एक लाख एकड़ भूमि से वाटर लॉगिंग की समस्या खत्म करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए प्रभावित किसानों को पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। किसानों को केवल 20 प्रतिशत खर्च की राशि देनी होगी, शेष 80 प्रतिशत राशि सरकार द्वारा खर्च की जाएगी। एक लाख एकड़ भूमि से वाटर लॉगिंग खत्म होने के बाद भविष्य में पूरे प्रदेश की जमीन को वाटर लॉगिंग से मुक्त किया जाएगा।

धनखड़ ने कहा कि जल भराव से फसल बीमा योजना और सरकार की फसल खराबे की मुवावजा नीति के अनुसार किसानों तत्काल राहत देने  की जरूरत है। झज्जर व रोहतक की काफी भूमि में जल भराव की समस्या है। 

उल्लेखनीय है कि प्रदेश भाजपा  अध्यक्ष एवं किसान नेता धनखड़ की पैरवी पर हरियाणा में भाजपा की सरकार ने फसल खराबे का मुवावजा पहले छह हजार से 12 हजार किया था और अब 12 हजार से बढ़ाकर 15 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा किया हुआ  है।  प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लागू होने से भी किसानों को काफी राहत मिली है। मुलाकात के दौरान ए सी एस पी के दास ने बतौर कृषि मंत्री रहते किसान हित  में  धनखड़ द्वारा  शुरू किए गए जोखिम फ्री खेती के कांसेप्ट की प्रशंसा की और कहा कि सरकार इस किसान हित में इस कांसेप्ट पर आगे बढ़ रही है। 

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