जब इनडोर में 300 लोगो के इक्कठे होने का प्रावधान हैं तो स्कूलो को बन्द करने का क्या औचित्य !

निसा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हरियाणा फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. कलभूषण शर्मा ने बजट स्कूलो के मुद्दे पर की प्रेस कॉन्फ्रेंस

बंटी शर्मा

चंडीगढ़– हरियाणा प्रदेश में जल्द से जल्द सरकार से स्कूलो को खोलने की मांग की डॉ कलभूषण शर्मा का कहना हैं जब इनडोर में 300 लोगो के इक्कठे होने का प्रावधान हैं तो स्कूलो को बन्द करने का क्या औचित्य हैं सरकार से माँग हैं कि जल्द से जल्द प्रदेश के नर्सरी से 12वी तक के स्कूलो को खोला जाए

डॉ कलभूषण शर्मा ने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में नियम 134 ए के दाखिलों का मुद्दा हावी हैं जिसमे सरकार से माँग हैं की सरकार 2014 -15 से अब तक का बकाया शुल्क दे ताकि स्कूल 134 ए के दाखिले देने में आनाकानी ना करे ओर 134 ए के दाखिल बच्चो को दाखिला देने में स्कूल संचालको को कोई दिक्कत नही हैं सरकार चाहे तो 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 100 प्रतिशत सीट रिजर्व कर दे लेकिन पहले पिछले सालों के बकाया दे जो कि लगभग 600 करोड़ रुपया प्राइवेट स्कूलों का बकाया हैं सरकार ने 14 -15 करोड़ 2020-21 का बकाया दिया हैं इससे तो ज्यादा माननीय अनिल विज जी ने 25 करोड़ रुपये के करीब स्कूलो का हाउस टैक्स माफ कर दिया जो कि अनिल विज जी का बहुत ही बड़ा साहसिक फैसला हैं

इसके साथ ही सरकार ने प्राइवेट स्कूलों के लिए मासिक फीस देने के ब्योरा देने के लिए फार्म – 6 भरने की जो शर्त लगाई हुई हैं उस फार्म को भरने की अवधि 15 मार्च की जाए ताकि सही तरह से स्कूल संचालक फार्म 6 में अपना ब्यौरा भर सके ओर 20 हजार रु सालाना लेने वाले स्कूलो को इस एक्ट से बहार करे

सरकार ने प्रदेश के निजी स्कूलो की मान्यता लेने के लिए जो भूमि मानक बनाये हुए हैं उन्हें पूरा करना निजी स्कूलो के लिए सम्भव नही हैं इसलिए 2003 से पहले स्थापित स्कूलो को भूमि मानकों में राहत प्रदान करे ताकि निजी स्कूल संचालक स्थाई मान्यता ले सके इसके साथ ही 5वी ओर 8वी बोर्ड परीक्षा लेने के निर्णय को वापिस ले सरकार क्योकि स्कूलो की छुट्टीयो के चलते छात्र ठीक ढंग से पढ़ाई नही कर सके जबकि शिक्षा विभाग 5वी ओर 8वी की बोर्ड परीक्षा स्कूलो पर थोपने का काम कर रहा हैं जिससे छात्रो के दिमाग मे मानसिक तनाव बना हुआ हैं

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