एक ओर भाजपा खट्टर सरकार के मुख्यंमत्री, मंत्री, सांसद, विधायक बेशर्मी से झूठ बोलकर राग अलापते है कि वे अहीरवाल को पूर्व की सरकार की तुलना में ज्यादा नहरी पानी दे रहे है, वहीं जमीनी हालत यह है कि अहीरवाल की पेयजल आधारित परियोजनाओं में पिछले पांच सालों से हर माह पीने के पानी की सप्लाई की राशनिंग होती है। रेवाडी, 15 जनवरी 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि जब सर्दी चरम पर है और इस समय हर नागरिक अपने दैनिक जीवन में सबसे कम पानी प्रयोग करता है, तब भी रेवाड़ी शहरवासियों को भाजपा खट्टर सरकार पीने का पर्याप्त पानी देने की बजाय पीने के पानी की राशनिंग कर रही है तो सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि अहीरवाल को सरकार पर्याप्त पीने का पानी देने में भी कितनीे नाकाम साबित हो रही है। विद्रोही ने कहा कि हर माह की तरह रेवाडी व अहीरवाल के कई क्षेत्रों में 22 दिसम्बर से पानी की राशनिंग चल रही है जिसके चलते जनस्वास्थ्य विभाग एक दिन छोडकर एक दिने पीने के पानी की सप्लाई करता आ रहा है। अब 30 मिनट सप्लाई समय में भी एक सप्ताह के लिए पांच मिनट की और कटौती होगी क्योंकि अहीरवाल मेंं 24 दिन बाद आने वाला नहरी पानी अब 31 दिन बाद आयेगा। विद्रोही ने कहा कि जब सर्दी के मौसम में दक्षिणी हरियाणा के लोग पीने के पानी के लिए इतने तरसते और आश्चर्य की बात है कि पांच साल से लगातार पीने के पानी कीे राशनिंग होने पर भी स्थानीय सांसद-विधायक आश्चर्यजनक रूप से मौन व निष्क्रिय रहकर आमजनों को प्यासा मरते देखते रहते है, पर मुंह से उफ तक नही निकलती। जब अहीरवाल के चुने हुए जनप्रतिनिधि क्षेत्र के सरोकारों के प्रति मौन रहकर निजी स्वार्थो की पूर्ति करेंगे तो ऐसी स्थिति का होना स्वभाविक है। हरियाणा सरकार की खुद की रिपोर्ट अनुसार प्रदेश के 178े0े गांवों में भू-जलस्तर इतना गिर चुका है कि वे रैड जोन में है और इन गांवों में भू-जलस्तर 200 सेे 2000 फुट तक नीचे है। इनमें भी अधिकांश गांव अहीरवाल क्षेत्र के है। विद्रोही ने आरोप लगाया कि भाजपा ने अहीरवाल-दक्षिणी हरियाणा के लोगों को जाति के आधार पर बरगालाकर वोट बटोरकर इस क्षेत्र के बल पर हरियाणा की सत्ता तो कब्जा ली, लेकिन यहां के विकास व जनसरोकारो के प्रति भेदभावपूर्ण नीति जारी रखी जिसके चलते यह क्षेत्र हर मामले में ना केवल भेदभाव का शिकार हो रहा है अपितु अपने जायज हकों के लिए भी वंचित है। इस क्षेत्र के जो विकास कार्य दिनो में होने चाहिए थे, भाजपा-खट्टर राज में उन कार्यो को पूरा होने मेें महीनों लग रहे है और महीनों काम सालों में भी पूरा नही हो रहा। यहां के भाजपा सांसद, विधायक जनहित में आवाज तक नही उठाते। विद्रोही ने अहीरवाल के लोगों से आग्रह किया कि वे अपना आत्मविश्लेषण करे कि भाजपा को एकतरफा समर्थन व संघी भक्ति से आखिर उन्हे मिला क्या? Post navigation खट्टर सरकार अभिव्यक्ति की स्वतत्रंता व लोकतांत्रिक विरोध के अधिकार को कुचलना चाहती है : विद्रोही निजी उद्योगों में 75 प्रतिशत नौकरियां…. न्यायिक स्क्रूटनी पर खरा उतरेगा भी या नही ? विद्रोही