एक अधिकारी हर जिले के सरकारी अस्पताल और दूसरा नोडल अधिकारी संबंधित जिले के निजी अस्पतालों की निगरानी करेगा- अनिल विज हरियाणा में टेलीमेडिसिन को प्रभावशाली बनाया जाएगा- विज 1075 पर स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को निगरानी हेतु ड्यूटी पर लगाया जाएगा- विज चंडीगढ़, 14 जनवरी- हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि राज्य के प्रत्येक जिले के लिए दो नोडल अधिकारियों को नियुक्त किया जाएगा जिसमें से एक अधिकारी हर जिले के सरकारी अस्पताल की व्यवस्थाओं की निगरानी करेगा और उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा। इसी प्रकार, दूसरा नोडल अधिकारी संबंधित जिले के निजी अस्पतालों की निगरानी करेगा और वहां पर मौजूद व्यवस्थाओं की जानकारी राज्य सरकार को उपलब्ध कराएगा। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि हरियाणा में टेलीमेडिसिन को प्रभावशाली बनाया जाएगा और इसके लिए 1075 पर स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को ड्यूटी पर लगाया जाएगा। श्री विज आज यहां स्वास्थ्य विभाग तथा चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे जिसमें वर्तमान में कोरोना संक्रमण के हालातों पर भी चर्चा व विचार विमर्श किया गया। जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए 1500 किट का ऑर्डर दिया-विज श्री विज ने कहा कि जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए एचएमसीएल को 1500 किट का ऑर्डर दे दिया गया है और यह 1500 किट तीन चरण में राज्य सरकार को मुहैया करवाई जाएंगी। बैठक के दौरान बताया गया कि जिनोम सीक्वेंसिंग की एक किट से 96 सैंपल किए जा सकते हैं। स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित इंफ्रास्ट्रक्चर तथा उपकरण के अलावा अन्य सुविधाओं हेतु जल्द ही राज्य में एक सर्वे/ मैपिंग करवाई जाएगी-विज स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित इंफ्रास्ट्रक्चर तथा उपकरण के अलावा अन्य सुविधाओं हेतु जल्द ही राज्य में एक सर्वे/ मैपिंग करवाई जाएगी कि किस किस क्षेत्र में कहां-कहां किन-किन इंफ्रास्ट्रक्चर और मेडिकल उपकरणों के साथ-साथ सेवाओं की आवश्यकता है। उसी हिसाब से आने वाले समय में इंफ्रास्ट्रक्चर, मेडिकल उपकरण के साथ-साथ मैनपावर को उपलब्ध उन क्षेत्रों में करवाया जाएगा। होम आइसोलेशन की किट को मुख्यालय स्तर पर तैयार किया जाएगा और इन किट को जल्द ही जिलों में भिजवाया जाएगा-विज इसके अलावा, श्री विज ने कहा कि होम आइसोलेशन की किट को मुख्यालय स्तर पर तैयार किया जाएगा और इन किट को जल्द ही जिलों में भिजवाया जाएगा ताकि होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को यह किट समयबद्ध निर्धारित तरीके से उपलब्ध करवाई जा सके। इसी प्रकार, श्री विज ने कहा कि वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग के पास अभी संबंधित सभी पर्याप्त दवाइयां व इंफ्रास्ट्रक्चर है। 15 से 18 साल के बीच के बच्चे जल्द से जल्द अपनी कोविड डोज़ लगवाए- विज स्वास्थ्य मंत्री ने बैठक के दौरान 15 से 18 साल के बीच के बच्चों के सभी अभिभावकों और बच्चों से आग्रह करते हुए कहा कि वह जल्द से जल्द अपनी कोविड डोज़ लगवाए अन्यथा जब स्कूल खुलेंगे तो डोज़ ना लगवाने वाले बच्चे को स्कूल में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसलिए वह ऐसे सभी अभिभावकों और बच्चों से अनुरोध करते हैं कि वह जल्द से जल्द अपनी कोविड की वैक्सीन लगवा लें ताकि भविष्य में उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत का सामना ना करना पड़े। हरियाणा में 3 करोड़ 76 लाख 31188 वैक्सीन लोगों को लगाई-विज ऐसे ही, श्री विज ने बताया कि वर्तमान में अभी तक हरियाणा में 3 करोड़ 76 लाख 31188 वैक्सीन लोगों को लगाई गई है जिसमें से 2 करोड़ 18 लाख 80 हजार 724 को पहली डोज़ तथा 1 करोड़ 57 लाख 9328 को दूसरी डोज़ लगाई जा चुकी है। इसी प्रकार 41136 प्रिकॉशन डोज़ लोगों को लगाई गई है हरियाणा में टेलीमेडिसिन को प्रभावशाली बनाया जाएगा, होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की प्रतिदिन निगरानी हो- विज श्री विज ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की प्रतिदिन निगरानी की जानी चाहिए और उन्हें टेलीमेडिसिन के माध्यम से जानकारी मुहैया करवाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा में टेलीमेडिसिन को प्रभावशाली बनाया जाएगा और इसके लिए 1075 पर स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को ड्यूटी पर लगाया जाएगा ताकि वे रोजाना ईसंजीवनी पर विजिट करके टेलीमेडिसिन को प्रभावशाली रूप दे सके। बैठक के दौरान ने बताया गया कि वर्तमान में होम आइसोलेशन के अंदर हरियाणा में लगभग 30000 मरीज है। ईसंजीवनी ओपीडी राष्ट्रीय टेली के तहत परामर्श सेवाएं हरियाणा में शुरू की बैठक में बताया गया कि ईसंजीवनी ओपीडी ऐप के माध्यम से आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को सलाह व परामर्श बातचीत के माध्यम से दी जाती है। ईसंजीवनी ओपीडी राष्ट्रीय टेली के तहत एक ऑनलाइन स्टे होम ओपीडी है और भारत सरकार की परामर्श सेवाएं हरियाणा में शुरू की गई हैं। कोई भी व्यक्ति वीडियो कॉल/लाइव चैट के माध्यम से लैपटॉप/डेस्कटॉप या सक्रिय इंटरनेट के साथ एंड्रॉइड आधारित स्मार्ट फोन का उपयोग करके डॉक्टर से परामर्श कर सकता है। बैठक में बताया गया कि हरियाणा 01 मई, 2020 से ईसंजीवनी ओपीडी पर है। वर्तमान में, ई-संजीवनी ओपीडी यानी सामान्य ओपीडी और स्त्री रोग ओपीडी पर 2 ओपीडी कार्य कर रही हैं और 16 अगस्त, 2021 से ई-संजीवनी ओपीडी पर चौबीसों घंटे टेली-परामर्श प्रदान करने के लिए सामान्य ओपीडी चालू है। ईसंजीवनी ओपीडी पर टेली-परामर्श प्रदान करने के लिए कुल 1138 डॉक्टर पंजीकृत हैं और हरियाणा में ई-संजीवनी ओपीडी पर अब तक कुल 62582 परामर्श किए जा चुके हैं। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के प्रधान सचिव श्रीमती जी अनुपमा, आयुष विभाग के एमडी डॉक्टर साकेत कुमार, स्वास्थ्य सेवाएं विभाग की महानिदेशक डॉ वीणा सिंह, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के निदेशक डॉ शालीन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। Post navigation 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