6 जनवरी 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने पंजाब में मोदीजी की फिरोजपुर रैली में उन्हे सुनने मात्र 700-800 लोगों के आने की राजनीतिक फजीहत से बचने भाजपा ने जिस तरह प्रधानमंत्री की सुरक्षा चूक की रूदाली नौटंकी करके पंजाब कांग्रेस सरकार को कोसने व हरियाणा के भाजपा नेताओं के पंजाब कांग्रेस सरकार को भंग करके राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की कठोर आलोचना करते हुए इसे अनैतिकता की पराकाष्ठा बताया। विद्रोही ने कहा कि मोदीजी के किसान विरोधी रवैये व आचरण के चलते यदि पंजाब के किसान, मजदूर, आमजन मोदी-भाजपा का बायकाट करके उन्हे राजनीतिक कार्यक्रम का विरोध कर रहे है तो इसमें कांग्रेस क्या कर सकती है? जब पंजाब में पानी की तरह पैसा बहाकर भी पंजाब के लोग मोदीजी की फिरोजपुर रैली में नही आये और सभा स्थल पर लगाई 70 हजार कुर्सियों पर बैठने के लिए 700 लोग भी नहीं पहुंचे तो यह साफ संदेश है कि पंजाब में प्रधानमंत्री मोदीजी व भाजपा के खिलाफ भारी जनाक्रोश है और पंजाब में भाजपा की दाल गलने से पहले ही जल गई। इस धरातल की वास्तविकता को स्वीकारने की बजाय अपनी अलोप्रियता को छुपाने भाजपा-मोदी सरकार प्रधानमंत्री पद की प्रतिष्ठा के साथ भी खिलवाड़ करके औच्छी राजनीति के चलते पद की गरिमा को भी धूलध्रसित कर रही है।

विद्रोही ने कहा कि पंजाब दौरे पर प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा पीएम मोदी का जो मिनट टू मिनट निर्धारित कार्यक्रम सार्वजनिक हुआ, उससे स्पष्ट है कि सड़क मार्ग से फिरोजपुर जाने का मोदीजी का कार्यक्रम था ही नही। मोदीजी को भंटिडा से फिरोजपुर हेलीकाप्टर से जान था। वर्षा के कारण मोदीजी ने अचानक अपना कार्यक्रम बदलकर ऐन मौके पर भंटिडा एयरपोर्ट से ही सड़क मार्ग से जाने का कार्यक्रम तय कर लिया। ऐसी स्थिति में कोई भी सुरक्षा एजेंसी मोदीजी के सड़क मार्ग पर पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था कर ही नही सकती। सवाल उठता है कि मोदीजी को अचानक सड़क मार्ग से जाने की जरूरत क्या थी? वहीं एसपीजी व आईबी ने सड़क मार्ग को सुरक्षा सेंटीनाईजेशन किये बिना प्रधानमंत्री को सड़क मार्ग से ले जाने की गलती क्यों की? वहीं जब भी पीएम किसी भी राज्य में दौरे पर जाते है तब उनकी सुरक्षा का नेतृत्व एसपीजी व आईबी के अधिकारी करते है न कि राज्य पुलिस के अफसर। सम्बन्धित राज्य पुलिस केवल एसपीजी व आईबी के निर्देशों का पालन करती है।

विद्रोही ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा प्रोटोकाल इतना स्पष्ट होने पर भी भाजपा व गोदी मीडिया द्वारा सुरक्षा में चूक की जवाबदेही पंजाब कांग्रेस सरकार पर थोपना अनैतिकता व बेशर्मी की पराकाष्ठा है। भाजपा की राजनीतिक रैली की अफसलता को छुपाने खातिर सुरक्षा चूक की नौटंकी बताती है कि भाजपा व मोदी सरकार कितनी तिडकमी व झूठी सरकार है। जब प्रधानमंत्री की ओर एक तिनका भी नही फेंका गया, प्रधानमंत्री के जीवन पर राईभर का भी खतरा नही आया तो फिर सुरक्षा चूक रूदाली गाकर भाजपा पंजाब में मोदी-भाजपा की अलोप्रियता को छुपाने की लाख षडयंत्र रच ले, वे कामयाब नही होने वाले। विद्रोही ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर व भाजपा नेताओं के प्रधानमंत्री सुरक्षा चूक के नाम पर पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाने की मागं अलोकतांत्रिके व अनैतिकता की ऐसी पराकाष्ठा है जो बेशर्मी फासिस्ट संघी ही कर सकते है।

वहीं यदि केन्द्रीय गृह मंत्रालय व खुफिया एजेंसियों को यह भी जानकारी नही थी कि प्रधानमंत्री के सड़क रूट पर प्रदर्शनकारी किसान आ रहे है तो फिर साफ है कि भारत की खुफिया एजेंसियां असफल ही नही नकारा भी है और ऐसी एजेंसियां और उनका मुखिया गृहमंत्री राष्ट्र सुरक्षा के लिए क्या खाक खुफिया सूचनाएं जुटाएगा?

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