भिवानी के खनाक खनन क्षेत्र के डाडम में पहाड खिसकने के कारण हुए हादसे की जांच के लिए राज्यपाल को ज्ञापन देने पहुंचे एनआईटी विधायक श्री नीरज शर्मा व रेवाड़ी से विधायक श्री चिरंजीवी रॉव। चण्डीगढ, दिनांक 04 जनवरी 2022 – दिनांक 01 जनवरी 2022 को भिवानी के खानक खनन क्षेत्र के डाडम में पहाड खिसकने के कारण हुए हादसे की में कई मजदूरो की मौके पर ही मौत हो गई था कई मजदूर घायल हो गए जिनका ईलाज अभी चल रहा है। उपरोक्त मामले को लेकर एनआईटी विधायक श्री नीरज शर्मा व रेवाड़ी से विधायक श्री चिरंजीवी रॉव ने चण्डीगढ पहुंच राज्यपाल को ज्ञापन सौपा। मामले पर बोलते हुए श्री शर्मा ने कहा की इस पूर्ण घटना की जांच केन्द्रीय जांच एंजेसी से करवानी चाहिए क्योंकि ऐसी अशंका है की क्या खनन का कार्य सरकार की अनुमति से हो रहा है तथा क्या खनन का कार्य सरकार के नियमों को पूर्ण करते हुए किया जा रहा है या नही। श्री शर्मा ने कहा की जब पूर्ण मामला केंन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी की जानकारी में भी तो उनको इस मामले की जांच करने के पहले ही आदेश करने चाहिए थे सच लोगो के सामने आए और दोषी पांए जाने वालो के खिलाफ हत्या का मुकदमा चलाया जाए। विधायक नीरज शर्मा द्धारा मांग की गई है की सरकार मृत्यक मजदूरो को उचित मुआवजा उपलब्ध करवाया जाए तथा परिवार के किसी एक व्यक्ति को योग्ता अनुसार सरकारी नौकरी उपलब्ध करवाई जांए एंव साथ ही घायलो का ईलाज करवाया जाए तथा यह सुनिश्चित किया जांए की भविष्य मे इस प्रकार की कोई दुघटना ना हो। इसके साथ-2 विधायक जी कहना था की खनन माफियों के लिए अभी वन टाईम सेटलमेंट पालिसी भी बनाई गई है जिसमें सरकार को काफी राजस्व का नुकसान होगा। सरकार इस पालिसी को भी वापिस लेने का काम करे। विधायक श्री चिरंजीवी राव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सरकार सिर्फ घोटालों की सरकार है इनके बड़े बड़े अधिकारी रंगे हाथ पैसे लेते हुए पकड़े जा रहे हैं लेकिन घूम फिर कर बात एक ही व्यक्ति पर आकर खत्म कर दी जाती है। अगर यह सरकार इतनी ही इमानदार है तो एचपीएससी घोटाले में अनिल नागर के साथ साथ और कौन-कौन सम्मिलित था इसके नाम सार्वजनिक करें ओर उनपर क्या कार्यवाही की गई सबको बताए जाएं। इसके साथ-2 विधायक श्री नीरज शर्मा ने गुडगांव पुलिस द्धारा पैसो की बांदबाट की जांच होने बारे भी ज्ञापन सौपा, जिसपर उनके द्धारा कहा गया की गुडगांव में दर्ज एफआईआर न0 4 एस.वी.बी में गुडगांव पुलिस द्धारा एक काल सैटर संचालक को बिना किसी जुर्म के उठाकर बंधक बना कर रखा तथा फिर उसे छोडने के लिए फिरोती/रिश्वत मांगी, विजिलेंस ने रंगे हाथो सिपाही को पकडा, उसके बाद सिपाही ने जिस-2 को पैसे दिए थे उनके नाम तक बताए थे लेकिन बडे दुख की बात है की सिर्फ एक सिपाही पर कार्यवाही हुई उसके इलावा आज तक किसी अधिकारी पर कार्यवाही नही हुई। ऐसे ही दुसरा मामला है जिसमें भी गुडगांव में दर्ज एफआईआर न0 309 दिनांक 21 अगस्त 2021 को दर्ज हुई जिसमें गुडगांव में एक कम्पनी के यहा से 40 करोड रू की चोरी हुई लेकिन सिर्फ चोरी की एफआईआर दर्ज हुई पूर्ण केस में पुलिस के अधिकारी,दलाल सबके नाम उजागर हो गए लेकिन बडे मगरमच्छो को हाथ भी नही लगया गया। पूर्ण केसो की उच्च स्तरीय जाँच हो ताकि सच सबके सामने आए और पता चले इस धोटाले के तार कौन-2 से बडे अधिकारी, राजनेताओ तक फैले हुए है। इसकी विस्तृत जांच हो। Post navigation केंद्र की ‘पदमा’ स्कीम को आगे बढ़ाते हुए हरियाणा सरकार इस पर तेजी से काम करने जा रही : डिप्टी सीएम हरियाणा के हर जिले में साइबर क्राइम का पुलिस थाना खोला जाएगा- गृह मंत्री