डीसी श्याम लाल पूनिया ने कहा, एक गांव के तीन युवाओं का चयन प्रदेश के लिए खुशी की बात डीसी ने चयनित युवाओं को स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र भेंट कर दी उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं, अभिभावकों को शॉल ओढाकर दी बधाई सोनू धनखड़ झज्जर, 24 दिसंबर :- झज्जर जिला के छुड़ानी गांव के एक साथ तीन युवाओं रितिक धनखड़, अमन सहवाग व आशीष सहवाग के सेना में लेफ्टिनेंट बनने पर डीसी श्याम लाल पूनिया ने शुक्रवार को सम्मानित किया और उनके अभिभावकों को बधाई दी। डीसी ने कैंप कार्यालय में पहुंचे युवाओं को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह व गुलदस्ते भेंट कर उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी। युवाओं के साथ पहुंचे उनके अभिभावकों को डीसी ने शॉल ओढ़ाकर बधाई दी। डीसी ने कहा कि छुड़ानी गांव के युवाओं की यह उपलब्धि पूरे जिला के लिए बहुत ही खुशी की बात है कि एक ही गांव से भारतीय सेना में तीनों युवाओं को कमीशन्ड मिला है। उन्होंने तीनों युवाओं के पिता सरबजीत धनखड़, भगवान सहवाग व रामनिवास सहवाग सेे बातचीत करते हुए कहा कि आपके लडक़े देश की सेवा के लिए भर्ती हुए हैं। यह हम सब के लिए गर्व की बात है। इससे युवाओं को देश सेवा की प्ररेणा मिलेगी और उनमें देश सेवा का जज्बा पैदा होगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा के युवाओं में देशसेवा एक मिशन बन चुका है। इसका प्रमाण इन तीनों युवाओं ने सिद्ध कर दिया है। देश में भारतीय सेना में 10 प्रतिशत से भी अधिक जवान हरियाणा से है। झज्जर जिला को को वीर-भूमि कहा गया है। छुड़ानी गांव की पंचायत और ग्रामवासियों द्वारा तीनों युवाओं को सम्मानित करना भी गर्व की बात है। इस सम्मान से पूरे प्रदेश के युवाओं का उत्साहवर्धन होगा और वे और तैयारी के साथ भारतीय सेना में भर्ती होने के लिए देश सेवा के लिए तैयार होंगे। डीसी ने चयनित युवाओं से बातचीत करते हुए कि आप अपने स्कूलों में पत्र लिखकर युवा पीढ़ी को देश सेवा का संदेश दें। जिला प्रशासन से मिले सम्मान से तीनों युवा खुश नजर आए उन्होंने बताया कि इस सम्मान से उनका मनोबल बढ़ा है। जिला प्रशासन के इस सराहनीय प्रयास से अन्य युवाओं को भी देश सेवा में आगे आने की प्रेरणा मिलेगी। इस अवसर पर सीटीएम रेणुका नांदल, डीआईपीआरओ बिजेंद्र कुमार, एआईपीआरओ सतीश कुमार आदि भी उपस्थित रहे। Post navigation धुंध व कोहरे के दौरान सुरक्षित सफर के लिए झज्जर पुलिस ने जारी की एडवाइजरी दो लाख लोगों ने 19 हजार स्थानों पर किया अटल जी को याद :धनखड़