– दस हजार की आबादी वाले सभी गांवों में लगेगा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट – दुष्यंत चौटाला

– गांव के जोहड़-तालाब की सफाई के लिए स्पेशल बजट – उपमुख्यमंत्री

– विधानसभा क्षेत्र में गांव नहीं है तो साथ लगते गांव को गोद ले सकते हैं विधायक – दुष्यंत

चंडीगढ़, 22 दिसंबर। महाग्राम योजना के तहत प्रदेश के उन सभी गांवों में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जाएगा, जिस गांव की आबादी दस हजार से अधिक है। जिन गांवों की आबादी दस हजार से कम तथा आठ हजार से ज्यादा है, उन गांवों में फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट (एफएसटीपी) लगाए जाएंगे। यह जानकारी डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बुधवार को विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान एक प्रश्न के उत्तर में दी।

डिप्टी सीएम ने बताया कि जनवरी 2022 से जनगणना होनी है। जनगणना के बाद जिन गांवों की आबादी ज्यादा है, वहां पर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, एफएसटीपी तथा तालाब-जोहड़ की सफाई व सौंदर्यीकरण की योजना है। महाग्राम योजना को तीन हिस्सों में बांटा गया है। पहले हिस्से में दस हजार से ज्यादा की आबादी, दूसरे में आठ से दस हजार की आबादी तथा तीसरे हिस्से में पांच हजार से आठ हजार की आबादी वाले गांव शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि जिन गांवों की आबादी आठ हजार से कम तथा पांच हजार से ज्यादा है तो उन गांवों में पोंड अथॉरिटी के अधीन कार्य किए जाएंगे। दुष्यंत चौटाला ने बताया कि वर्तमान समय में हरियाणा 108 के लगभग ऐसे गांव है जिनकी आबादी दस हजार से ज्यादा है, इनमें से कई गांवों में महाग्राम योजना के तहत कार्य किए जा रहे है। 

दुष्यंत चौटाला ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा गांवों के जोहड़ एवं तालाबों की सफाई के लिए विशेष कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जोहड़ों की सफाई एवं सौंदर्यीकरण के लिए एचआरडीएफ से स्पेशल बजट दिया जा रहा है। अटेली के विधायक द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में डिप्टी सीएम ने कहा कि उन्होंने इस योजना में जो नौ गांव शामिल करने के लिए कहा है, उनकी प्रशासन से रिपोर्ट मंगवाई जाएगी।

उपमुख्यमंत्री ने सोनीपत विधायक द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में बताया कि जिस विधानसभा क्षेत्र में शहरी आबादी है और कोई गांव नहीं आता, उस हलके का विधायक साथ लगते विधानसभा क्षेत्र का गांव विधायक आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद ले सकता है।