गीता से मिलता आचरण-ज्ञान-आस्था के उचित संतुलन का संदेश : धनखड़

— प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने गीता महोत्सव के दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि दिया संबोधन
— भारतीय धर्म संस्कृति दुनिया में सर्वश्रेष्ठ- बोले धनखड़

सोनू धनखड़

झज्जर, 13 दिसंबर  हरियाणा भाजपा के  प्रदेश अध्यक्ष  ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि इंसान के जीवन में आचरण, ज्ञान व आस्था का उचित संतुलन होना चाहिए। गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को यही बात कही है। उन्होंने यह बात सोमवार को झज्जर के जहांआरा बाग स्टेडियम में चल रहे जिला स्तरीय गीता महोत्सव 2021 के दूसरे दिन मुख्य अतिथि के तौर पर अपने संबोधन में कही।

श्री धनखड़ ने कहा कि भारतीय धर्म संस्कृति में ज्ञान और धर्म एक साथ चलते हैं जोकि दुनिया की किसी संस्कृति या धर्म में देखने को नहीं मिलती। गीता में कर्म करने के साथ-साथ आचरण, ज्ञान व आस्था के उचित संतुलन की बात कही है। भारतीय परंपरा में इन सभी के संतुलन के साथ जीवन में निरंतर कर्म करने के साथ-साथ आगे बढऩे की बात कही गई है। चरैवति-चरैवति की परंपरा में अपने विवेक के साथ आगे बढऩे का श्रेष्ठ ज्ञान भारतीय धर्म-संस्कृति में ही निहित है। गीता के ज्ञान में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को यही ज्ञान दिया कि उठ और युद्ध कर। आज हर कोई अपने क्षेत्र में अर्जुन है और कब कौन सा व्यवहार करना है इस बात का जिक्र गीता में मिलता है।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जिस काम के लिए जो बना है उसे वह अपना श्रेष्ठï देते हुए  करना चाहिए। जीवन में बड़ा ध्येय रखते हुए हमें किसी स्तर पर रूकना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा में हमारी सरकार बनने के उपरांत अंतर्राष्ट्रीय व जिला स्तरीय गीता महोत्सव की परंपरा सबसे अच्छा कार्य है। इस कार्यक्रम के जरिए कर्म पर फोकस करने की सीख मिलती है अगर कर्म अच्छा होगा तो स्वत: परिणाम भी अच्छा मिलेगा। उन्होंने संत कबीर, गुरू गोविंद सिंह व महात्मा बुद्ध का उदाहरण रखते हुए भारतीय धर्मदर्शन के सौंदर्य से कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को अवगत कराया।

   धनखड़ ने कहा कि गीता को समझना है तो श्री कृष्ण के  जीवन दर्शन को समझना होगा। उन्होंने कहा कि अपने झज्जर, हरियाणा और देश को महान के लिए अपना सर्वश्रेष्ठï दें। धर्म, संस्कार, संस्कृति के विकास के लिए सभी को अपना विराट अवतार धारण करना होगा ताकि हम अपने- अपने क्षेत्र को नई ऊ चाईंयों पर लेकर जा सकें। अपना लक्ष्य तय कर जीवन में आगे  बढ़ें , सफलता निश्चित रूप से मिलेगी।
डीसी श्याम लाल पूनिया  ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए जिला स्तरीय गीता महोत्सव 2021 के सफल आयोजन के लिए जिलावासियों को बधाई दी।

उपायुक्त ने बताया कि गीता का उपदेश जीवन के लिए मार्गदर्शक का काम करता है। उन्होंने कहा कि तीन दिवसीय कार्यक्रम में समाज, प्रशासन, विद्यार्थी जीवन हर किसी के लिए कुछ न कुछ है। युवा पीढ़ी के लिए यह कार्यक्रम प्रेरणा का काम करेगा। युवा इस कार्यक्रम के मिलने वाले संदेश को समझे और सरल शब्दों में आगे प्रसार करें। दूसरे दिन के कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। दूसरे दिन के कार्यक्रम में स्कूली बच्चों तथा ख्याति प्राप्त कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी। वहीं गीता विषय पर आयोजित संगोष्ठी में विशेषज्ञों ने गीता के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार रखें। मुख्य अतिथि ने गीता पर मेरे जीवन पर प्रभाव विषय पर आयोजित संगोष्ठिï में वक्ताओं को प्रशस्ति पत्र और शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। इससे पहले मुख्यअतिथि ने गीतापुरम में आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया।  

इस अवसर पर जिला अध्यक्ष विक्रम कादियान,कप्तान बिरधाना, अश्विनी शर्मा,सुभाष देशवाल, नरेंद्र जोंधी, अकेश नेहरा, पूर्व डीआरओ महेंद्र कलोई ,दिनेश गोयल, अनिल शर्मा मातनहेल,रतन सागर, सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। वहीं जिला प्रशासन से एसडीएम शिखा, एसडीएम बादली विशाल कुमार, डीआईपीआरओ बिजेंद्र कुमार डीईओ बीपी राणा, सिंह,एआईपीआरओ सतीश कुमार, नोडल अधिकारी सक्षम डॉ सुदर्शन पूनिया सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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