महोत्सव में दूसरी बार एक साथ लाखों की संख्या में दीप जलाकर बनेगा इतिहास। अंतर्राष्टरीय गीता महोत्सव में विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से रोशन किए जाएंगे दीप। गीता स्थली ज्योतिसर, सन्निहित सरोवर में भी रोशन होंगे हजारों दीप।एकादशी, महोत्सव के समापन समारोह पर होगा दीपोत्सव। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र 13 दिसंबर :- हरियाणा के इतिहास में 48 कोस के 75 तीर्थ स्थलों पर पहली बार गीता जयंती के दिन 14 दिसंबर को लाखों दीपक एक साथ जगमगाएंगे। महोत्सव में दूसरी बार ब्रहमसरोवर के पावन तट पर अयोध्या की तर्ज पर लाखों दीप रोशन किए जाएंगे। इन दीपों की रोशनी से ब्रहमसरोवर के पावन तट सहित सभी तीर्थ जगमगा उठेंगे। इन दीपों की रोशनी सोशल मीडिया के माध्यम से पूरे विश्व में पहुंचेगी। इस दीपोत्सव में सभी दीप शहर की समास सेवी संस्थाओं के सहयोग से ही रोशन किए जाएंगे। अंतर्राष्टरीय गीता महोत्सव-2021 में 14 दिसंबर को दीपोत्सव एक नया इतिहास बनाने जा रहा है। इस दीपोत्सव में शहर की विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से लाखों दीप जलाए जाएंगे। यह दीप अयोध्या धर्मनगरी की तर्ज पर रोशन करने की व्यवस्था की जा रही है। इस इतिहास को बनाने के लिए विशेष टीम को बुलाया गया है। इस टीम ने ब्रहमसरोवर, ज्योतिसर, सन्निहित सरोवर सहित 75 तीर्थों पर लाखों दीप जलाने की रुपरेखा भी तैयार कर ली है। उपायुक्त मुकुल कुमार ने समाज सेवी संस्थाओं से अपील करते हुए कहा कि सभी के सहयोग से दीपोत्सव को सफल बनाया जाएगा। अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव-2021 में 14 दिसंबर का दीपोत्सव कुरुक्षेत्र ही नहीं महोत्सव के साथ देश-विदेश से जुड़े लाखों लोगों के लिए एक विशेष दिन होगा। इस महोत्सव के दीपोत्सव में एक नया इतिहास जुडऩे जा रहा है। इस दिन एक समय में विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से एक साथ लाखों दीप जलाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस समारोह में 14 दिसंबर को सायं के समय परम्परा अनुसार दीपदान किया जाएगा। इस कार्यक्रम में प्रत्येक संस्था को ब्रहमसरोवर के घाटों पर एक निश्चित स्थान दिया जाएगा। इस निश्चित स्थान पर संस्था अपने सदस्यों के साथ दीप रोशन करेंगी। इस कार्यक्रम में सुरक्षा व्यवस्था बनाने के लिए नोडल अधिकारियों की भी डयूटी लगाई गई है। इससे दीपोत्सव में संस्थाओं के साथ समन्वय बनवाने की जिम्मेवारी एसडीएम पिहोवा सोनू राम की लगाई गई है। कौन-कौन सी संस्थाए कर रही है दीपोत्सव में सहयोगउपायुक्त मुकुल कुमार ने कहा कि भारत विकास परिषद, विश्व हिन्दू परिषद, वातस्लय वाटिका, जिओ गीता, सनातन धर्म गऊशाला, सैनी समाज सभा, मानवतावादी संस्थान, राई धर्मशाला, श्री स्थाणु सेवा मंडल, श्री थानेश्वर मंदिर, वेद पाठशाला, बैरागी धर्मशाला, गुरु रविदास सभा, धानक समाज, कश्यप धर्मशाला, प्रजापति धर्मशाला, पूर्वांचल महासभा, वैश्य धर्म महासभा, अग्रवाल महासभा, श्री जयराम विद्यापीठ, गायत्री परिवार, डोनर्स फांउडेशन, सर्वे भवंतु, पांचाल धर्मशाला, चेतन्य परिवार, गुर्जर धर्मशाला, राधा-कृष्ण सेवा परिवार, लायंस क्लब, रोटरी क्लब, ब्राहमण धर्मशाला, प्रेरणा संस्था, मुल्तान सभा, इस्कॉन, ब्रहमपूरी आश्रम, अग्रवाल वैश्य, पाल गडरिया समाज, वेद पाठशाला सहित अन्य संस्थाओं ने स्वैच्छा से दीपोत्सव में प्रशासन का सहयोग करने का निर्णय लिया है। Post navigation हरियाणवी रागनियों से महकी हरियाणा पैवेलियन की फिजा, लोक कलाकारों ने दी प्रस्तुतियां। डॉ. शंभू दयाल बने आयुष विवि के नए डीन