वॉलंटियर बिना किसी लोभ-लालच, बिना किसी वेतन के काम करने वाले.
गुरुग्राम में सिविल डिफेंस के सक्रिय हैं करीब 850 वॉलटिंयर.
वर्ष 2005 में सिविल डिफेंस को फ्रंट लाइन में किया गया शामिल

फतह सिंह उजाला

गुरुग्राम। तन पर हरी जैकेट पहने फौजियों की तरह मुस्तैद नौजवान प्राकृतिक आपदाओं, हादसों में जान-माल को बचाने में जुटे नजर आएं तो समझ जाएं कि ये उस टीम के सदस्य हैं, जो बिना किसी लोभ-लालच, बिना किसी वेतन के काम करने वाले सिविल डिफेंस के वॉलंटियर हैं। वर्ष 2005 में फ्रंट लाइन में शामिल किए गए सिविल डिफेंस गुरुग्राम में भी बेहतरीन सेवाएं देती रहती हैं। यहां करीब 850 सदस्य अपने-अपने प्रोफेशन के साथ इसमें अपनी सेवाएं देते रहते हैं।

वर्ष 1968 में लोकसभा में एक एक्ट पास किया गया था। इसमें कहा गया था कि समाज में स्वयंसेवकों को प्रशासन के साथ फ्रंट लाइन में जोड़ा जाए। उन्हें आपातकालीन स्थितियों, आपदाओं के समय में सेवा में लगाया जाए। स्थानीय स्तर पर उनकी मदद ली जाए। उस समय भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ था। उस समय सिविल डिफेंस को पुलिस के साथ अटैच करके काम लिया गया। वर्ष 2005 में नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी बनी थी, तब भी सिविल डिफेंस को फ्रंट लाइन में शामिल किया गया। जहां भी आपदा हो, हादसे हों तो सिविल डिफेंस की टीम बिना देरी के वहां पहुंचे, यही उद्देश्य है।

गुरुग्राम में सिविल डिफेंस 1968 से सक्रिय
सिविल डिफेंस का स्थापना दिवस छह दिसम्बर को मनाया जाता है। गुरुग्राम में सिविल डिफेंस वर्ष 1968 से काम कर रही है। यहां जिला परिषद में कार्यालय है। सिविल डिफेंस गृह मंत्रालय के अधीन आता है। राज्य स्तर पर होमगार्ड के डीजी सिविल डिफेंस के निदेशक हैं। जिला स्तर पर जिला उपायुक्त इस शाखा के नियंत्रक हैं। उनके तत्वाधान में ही सिविल डिफेंस काम करती है। एसडीएम नॉर्थ अंकिता डिप्टी कंट्रोलर हैं। गुरुग्राम मेट्रो सिटी है। इसलिए यहां पर कई स्तर पर इसके अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। यहां सीनियर चीफ वार्डन रिटायर्ड विंग कमांडर हैं, जबकि दो चीफ वार्डन राजेश दुआ व मोहित शर्मा हैं। सिविल डिफेंस के लिए पूरे गुरुग्राम को 20 डिवीजन में बांटा है। किसी भी आपातकाल स्थिति में आग लगने, डूबने आदि में सिविल डिफेंस आगे आती है। कम से कम जान-माल का नुकसान होने का प्रयास रहता है।

कोरोना काल में किए बेहतरीन काम
गुरुग्राम सिविल डिफेंस के चीफ वार्डन मोहित शर्मा के मुताबिक कोरोना काल में भी सिविल डिफेंस ने बेहतरीन काम किए हैं। तब से अब तक सिविल डिफेंस स्वयंसेवक लगातार सेवारत हैं। प्रशासन का प्रमुख चेहरा बनकर विश्वास जगाया है कि हम हैं। वैक्सीनेशन, राशन बांटने, लेबर को सहायता में सदैव खड़े रहे हैं। प्रशासन की तरफ से इन स्वयंसेवकों का धन्यवाद किया गया है। उनके कार्यों को मुख्यमंत्री मनोहर लाल, केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ङ्क्षसह ने सराहा है। सिविल डिफेंस विश्वास दिलाता है कि भविष्य में भी स्वंयसेवक उत्तम सेवाएं दतेे रहेंगे, प्रशासन का प्रमुख चेहरा बनकर निशुल्क सेवा करते रहेंगे।

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