बिना ड्यूटी मजिस्ट्रेट, हेली मंडी में अतिक्रमण हटाया !

सुबह मौखिक दिए निर्देश दोपहर बाद शुरू किया एक्शन.
पीडब्ल्यूडी विभाग और मार्केटिंग बोर्ड क्षेत्र में भी कार्यवाही.
अभियान में जुटे हेली मंडी पालिका के सफाई कर्मचारी.
एसडीएम ने किया आगाह अतिक्रमण नहीं होगा सहन

फतह सिंह उजाला

पटौदी  ।   शायद ऐसा पहली बार हुआ जब बिना ड्यूटी मजिस्ट्रेट अथवा स्थानीय विभाग के अधिकारी की गैर मौजूदगी में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया । यह अभियान पटौदी विधानसभा क्षेत्र में ही व्यवसाय के मुख्य केंद्र हेली मंडी इलाके में बुधवार को चलाया गया।

इस अभियान के दौरान खास बात यह देखी गई की स्वास्थ्य विभाग राज्य और केंद्र सरकार के निर्देशों के बावजूद जो भी कर्मचारी अतिक्रमण हटाओ अभियान में जी जान से जुटे थे किसी के चेहरे पर भी मांस्क नहीं लगाया गया था। जबकि कोरोना के नए वेरिएंट ओमीकॉन के संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए सख्त निर्देश केंद्र सरकार, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, जिला स्वास्थ्य विभाग और राज्य सरकार के द्वारा जारी किए जा चुके हैं कि सार्वजनिक स्थान पर मास्क लगाया जाना अनिवार्य है ।

बुधवार को सुबह से ही हेली मंडी नगर पालिका के खासतौर से सफाई कर्मचारियों के द्वारा सभी रहेडी, खोमचा, सड़क किनारे सामान बिक्री करने वालों तथा फुटपाथ के दुकानदारों को चेतावनी मौखिक रूप से देने का काम शुरू कर दिया गया कि अपनी-अपनी रेहडी, तखत दुकान के बाहर रखा सामान इत्यादि समेट लिया जाए । तहसीलदार साहब आज दौरा करेंगे और जहां कहीं भी जिसके द्वारा भी अतिक्रमण किया पाया गया, उसका चालान सहित सामान जब्त किया जाएगा । दोपहर होते-होते हेली मंडी नगर पालिका के सफाई कर्मचारियों के द्वारा ही अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत पीडब्ल्यूडी, मार्केटिंग बोर्ड के स्थानों पर सीजनल साग सब्जी फल इत्यादि बिक्री करने वालों, गर्म वस्त्र विक्रेताओं सहित दुकानों के सामने रखे हुए सामान इत्यादि को देखते हुए अपना एक्शन प्लान आरंभ कर दिया गया। पालिका कर्मचारियों के द्वारा इस पूरे अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग और सरकार के दिशानिर्देशों के मुताबिक अपने चेहरों पर मास्क लगाना भी जरूरी नहीं समझा गया। वही जब अतिक्रमण हटाने की बात हो तो सोशल डिस्टेंस को बनाए रखना भी किसी के लिए संभव नहीं है। विभिन्न स्थानों से बंद मूवेबल खोखे, रेहडी इत्यादि को आसपास की गलियों में ले जाकर खड़ा कर दिया गया ।

इस पूरे मामले में पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार के द्वारा मीडिया के हवाले से लोगों को आगाह किया गया है कि आम लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए अतिक्रमण से परहेज किया जाए। हेली मंडी नगर पालिका प्रशासन और सचिव के द्वारा वेंडर, रहेडी वालो, सब्जी विक्रेता इत्यादि के लिए जो भी स्थान निर्धारित किया गया है। उसी स्थान पर ही अपनी अपनी सामग्री साग सब्जी फल फ्रूट इत्यादि की बिक्री का काम आरंभ किया जाए। संभव है दो-चार दिन परेशानी हो, लेकिन जब लोगों को उनके ठिकाने और स्थान-मार्केट का पता लग जाएगा तो उसी स्थान पर ही खरीद-फरोख्त का कार्य भी आरंभ हो जाएगा। हेली मंडी पालिका सचिव को इस विषय में निर्देश दिए जा चुके हैं ।

वही गरीब वर्ग के लोगों का तर्क है कि करोना महामारी के दौरान रोजगार या छोटा मोटा काम करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा उपलब्ध करवाई गई योजना के तहत बैंकों से कर्जा लिया गया और बढ़ती महंगाई के बीच में जो दुकानदारी होनी चाहिए और इसके साथ मुनाफा भी मिलना चाहिए। इन सब से फुटकर और छोटे दुकानदार खासकर से छोले भटूरे विक्रेता फल फ्रूट विक्रेता जैसे दुकानदार बार-बार स्थानीय प्रशासन के द्वारा हड़काने से परेशान हो रहे हैं । समय पर बैंक के कर्जे की किस्त की अदायगी भी नहीं की जा रही है। वही घर का खर्च चलाना भी समस्या बना हुआ है । बुधवार को हेली मंडी पालिका सफाई कर्मचारियों के द्वारा ड्यूटी मजिस्ट्रेट की बिना मौजूदगी और देखरेख के ही अतिक्रमण हटाओ अभियान को जारी रखा गया।

इस दौरान विभिन्न स्थानों से, सड़क किनारे , सड़क के बीच, बिजली के पोल या अन्य स्थानों पर लगाए गए होर्डिंग सहित फ्लेक्स इत्यादि भी उतार कर नगर पालिका हेली मंडी के गोदाम में ले जाकर रखने का काम पूरा किया गया । इसी पूरे प्रकरण में हेली मंडी नगरपालिका के ही एक जनप्रतिनिधि का कहना है कि पीडब्ल्यूडी विभाग और मार्केटिंग बोर्ड के द्वारा उनके अधिकार क्षेत्र में किसी भी प्रकार के अतिक्रमण को हटाने का अधिकार हेली मंडी नगर पालिका प्रशासन को सौंपा जा चुका है । इसीलिए पीडब्ल्यूडी विभाग सहित मार्केटिंग बोर्ड के स्थान से भी जो अतिक्रमण था, उसे हटाया गया है। 

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