सोनीपत, 29 नवंबर, 2021 : लोकसभा सत्र में आज तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया गया है, जिसके बाद आंदोलन कर रहे किसानों में खुशी की लहर देखने को मिल रही है। वहीं अब आंदोलन के नेतृत्व में शामिल किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने सरकार के सामने अन्य कई मांगें रख दी हैं। चढूनी ने कहा कि इन मांगों पर सरकार को आज ही फैसला लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिना मांगों को पूरा करवाए हम अपने घरों को नहीं लौटेंगे।

गुरनाम सिंह चढूनी संसद में कृषि कानूनों के वापसी बिल के पास होने के बाद प्रतिक्रिया दे रहे थे। उन्होंने कहा कि कानूनों की वापसी पर सबसे पहले उन शहीदों को नमन करते हैं, जिन्होंने अपनी कुर्बानी दी और जो सड़कों पर बैठे रहे उनका धन्यवाद करते हैं, आज उनकी मेहनत रंग लाई है।

चढूनी ने अपनी बात बढ़ाते हुए कहा कि हमारी अगली मांग एमसएसपी की गारंटी पर कानून बनाने पर कोई विचार नहीं किया गया है, हालांकि कमेटी बनाने की बात कही गई है, लेकिन कमेटी में कौन-कौन शामिल होगा और कितने दिन में अपनी रिपोर्ट देंगे, इस बात को साफ नहीं किया गया है। चढूनी ने मांग रखी कि आंदोलन के दौरान 48000 किसानों पर मामले दर्ज हुए हैं, उनको वापस लिए बगैर हम घर नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार को मुकदमे तुरंत वापस ले लेना चाहिए और आज ही इस पर फैसला दे देना चाहिए और जो किसान शहीद हुए हैं उनके परिवार को भी मुआवजे की मांग पूरी कर देनी चाहिए।

वहीं चढूनी ने मिशन पंजाब को लेकर भी नया बयान दिया है। चढूनी ने कहा कि हम मिशन पंजाब चला रहे हैं, लेकिन वह चुनाव नहीं लड़ेंगे, बल्कि उनकी पार्टी चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि यह इसलिए है कि अगर लोकसभा में किसान बैठे होंगे तो कोई गलत कानून पास नहीं होगा।

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