• दीपेन्द्र हुड्डा ने महात्मा ज्योतिबा फुले की पुण्यतिथि पर गाँव बोहर में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर श्रद्धांजलि अर्पित की
• समाज सुधार एवं शिक्षा के क्षेत्र में ज्योतिबा फुले जी का योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा – दीपेन्द्र हुड्डा
• लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महासचिव, रोहतक जिला सचिव सहित सैंकड़ों पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं ने सांसद दीपेंद्र हुड्डा की मौजूदगी में कांग्रेस पार्टी का दामन थामा

रोहतक, 28 नवम्बर। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने आज रोहतक में महान् समाज सुधारक, विचारक व क्रांतिकारी महात्मा ज्योतिबा फुले की पुण्यतिथि पर आयोजित ओबीसी अधिकार पदयात्रा को अम्बेडकर चौक से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान वे गाँव बोहर में महात्मा ज्योतिबा फुले की पुण्यतिथि पर आयोजित एक समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले जी का पूरा जीवन गरीब, शोषित-पीड़ित, पिछड़े एवं वंचित वर्ग के उत्थान के लिए समर्पित रहा। उन्होंने नारी शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ-साथ छुआछूत, महिला-पुरूष असमानता, जाति-प्रथा सहित अन्य सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ व्यापक रूप से जनजागरण का काम किया।

इस अवसर पर आज सांसद दीपेन्द्र हुड्डा की मौजूदगी में लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किशनलाल पांचाल, प्रदेश महासचिव मोहन लाल पांचाल नंबरदार, रोहतक जिला सचिव रमेश कुमार पांचाल के साथ अनेकों पदाधिकारियों एवं सैंकड़ों कार्यकर्ताओं, समर्थकों ने कांग्रेस पार्टी का दामन थामा। किशनलाल पांचाल ने लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी एवं बसपा के साझा उम्मीदवार के तौर पर रोहतक लोकसभा चुनाव भी लड़ा था और विधानसभा चुनाव में बहादुरगढ़ से भी किस्मत आजमाई थी। इस दौरान शामिल होने वालों में प्रमुख रूप से सत्यनारायण पांचाल, रमेश पांचाल-बहादुरगढ़, कमल किशोर, टेकराम पांचाल, रणबीर सिंह पांचाल, सागर पांचाल, साहिल पांचाल, केशव पांचाल, सचिन पांचाल, योगेश पांचाल, सन्नी पांचाल, नारायण सिंह, अमन पांचाल, प्रदीप कुमार, शमशेर सिंह, भीम सिंह, संदीप पांचाल, राजबीर सिंह पांचाल, दीप चन्द पांचाल, पवन पांचाल, बीर सिंह, बजीर सिंह, बलिराम, नरेश पांचाल, सुरेश पांचाल, ओमप्रकाश, बबलू पांचाल, ओमप्रकाश पांचाल, बलवान सिंह, राजीव पांचाल, संदीप, प्रवीन शर्मा आदि प्रमुख थे।

इस अवसर पर वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले ने समाज में फैली तमाम कुरीतियों, भेदभाव को जड़ से समाप्त करने के लिए तमाम कष्ट सहकर भी आजीवन अथक संघर्ष किया और नारी-शिक्षा व समाज के पीड़ितों के अधिकारों के लिए अनेकों कार्य किये। भारत में जातपात और सामाजिक असमानता के खिलाफ जिन लोगों ने संघर्ष किया है उनमें महात्मा ज्योतिबा फुले का नाम अग्रणी है। उन्होंने शोषित-पीड़ित और पिछड़े वर्ग को न्याय दिलाने के लिए 1873 में सत्यशोधक समाज की स्थापना की और वंचित तबके को सशक्त बनाने की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किये उन्होंने समाज के सभी तबकों को अपने साथ लेने में भी सफलता पाई और व्यापक तौर पर एक बदलाव लाने में सफल रहे।

दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि ज्योतिबा फुले केवल समाज से जातिवाद को खत्म करने के लिए ही नहीं जाने जाते हैं बल्कि उन्होंने किसानों की सर्वांगीण उन्नति एवं विकास के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित किया और वे कृषि सुधारों व कृषक कल्याण के प्रबल पैरोकार भी माने जाते हैं। उन्होंने महिलाओं में शिक्षा की अलख जगाने और उनकी स्थिति को सुधारने के लिए 1854 में एक स्कूंल खोला ताकि महिलायें शिक्षित होकर अपनी पहचान खुद बना सकें। लड़कियों के लिए खोला गया यह देश का पहला स्कू ल था और उस समय तक महिला शिक्षा की कल्पना करना भी मुश्किल माना जाता था। उनका जीवन और उनके विचार हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत हैं। समाज सुधार एवं शिक्षा के क्षेत्र में दिया गया उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा।

इस दौरान विधायक बीबी बतरा, विधायक बीएल सैनी, विधायक शकुंतला खटक, बलराज पांचाल (बल्ले) पूर्व मेम्बर पुलिस भर्ती बोर्ड, आजाद सिंह पांचाल, कुलदीप, लौकीराम प्रजापति, बलजीत राणा, डॉ. मामराज स्वामी, सुनील कुमार जांगड़ा, सोनू सैन, योगेंदर योगी, अमरजीत धीमान, राजेन्द्र पाल, राजीव सैन, रामसिंह नम्बरदार, अमरसिंह रावल, चेतन आनंद, गुरुदेव बैरागी, जयकरण केमला, संदीप, रिछपाल, भूपेंदर, तेलुराम जांगड़ा, दीपक जांगड़ा, जयकिशन जोगी, मुकेश प्रजापति, कपूर, प्रदीप गुलिया, सुरेश जोगी, फूलकुमार, बलराज बल्ले, किशनलाल पांचाल, अमर सिंह रावत, राधेश्याम सैनी, सुदेश यादव, सुनील जांगड़ा, कमलेश रंगा समेत अनेकों स्थानीय गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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