कुरुक्षेत्र. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के जापानी संस्कृति एवं भाषा के बेसिक सर्टिफिकेट कोर्स में दाखिला लेने वाले पहले छात्र बन गए हैं. वह यहां पर जापानी भाषा की पढ़ाई करेंगे. मुख्यमंत्री मनोहर लाल को रोल नंबर एक, जबकि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा को रोल नंबर तीन मिला है. पहली बार हो रहा है, जब हरियाणा के मुख्यमंत्री कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के विद्यार्थी बने हैं. मुख्यमंत्री मनोहर लाल मेरिट लिस्ट में पहले स्थान पर नाम शामिल किया गया है. इस कोर्स में मुख्यमंत्री के अलावा हरियाणा सरकार और स्वायत्त संस्थान के 5 अन्य उच्चाधिकारियों ने भी जापानी संस्कृति एवं भाषा के बेसिक सर्टिफिकेट कोर्स (3 महीने का कोर्स) में दाखिला लिया है. इनमें मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव IAS वी. उमाशंकर, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा, आईआरएस योगेंद्र चौधरी, पवन कुमार और अनंत प्रकाश पांडेय शामिल हैं. सीएम ने कहा- सीखने की कोई उम्र नहीं होती इस मौके पर मनोहर लाल ने कहा कि शिक्षा कोई भी व्यक्ति किसी भी उम्र में ग्रहण कर सकता है, सीखने की कोई उम्र नहीं होती. उनका शुरू से ही विदेशी भाषा सीखने के प्रति लगाव रहा है इसलिए ही उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा शुरू किए जापानी भाषा के कोर्स में दाखिला लिया है. कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने जापानी भाषा कोर्स के प्रथम विद्यार्थी बनने पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल को बधाई दी. उन्होंने कहा कि यह कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है. मुख्यमंत्री के इस कोर्स में दाखिला लेने से विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों में उत्साह व जोश का संचार होगा. मुख्यमंत्री के साथ हरियाणा सरकार व स्वायत्त संस्थान के उच्च अधिकारियों ने भी इस कोर्स में दाखिला लिया है. जापानी भाषा को समझने और वाक्यों को पढ़ना सिखाया जाएगा कला एवं भाषा संकाय के अधिष्ठाता एवं विदेशी भाषा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. ब्रजेश साहनी ने बताया कि इस सर्टिफिकेट कोर्स में जापानी इतिहास, जापानी जीवन मूल्य, जापानी के लेखन और उच्चारण की मूल बातें, बॉडी लैंग्वेज, जापानी शब्दावली, दैनिक जीवन में उपयोग किए जाने वाले बुनियादी अभिवादन व बिजनेस मीटिंग को समझने के साथ-साथ सामान्य वाक्यांश और वाक्यों को पढ़ने में सक्षम होना सिखाया जाएगा. इस कोर्स से भारत एवं जापान के बीच शिक्षा, शोध, व्यापार, रोजगार एवं संस्कृति के आदान-प्रदान के क्षेत्र में नई संभावनाएं पैदा होंगी. इस मौके पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि शिक्षा कोई भी व्यक्ति किसी भी उम्र में ग्रहण कर सकता है, सीखने की कोई उम्र नहीं होती. उनका शुरू से ही विदेशी भाषा सीखने के प्रति लगाव रहा है इसलिए ही उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा शुरू किए जापानी भाषा के कोर्स में दाखिला लिया है. कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने जापानी भाषा कोर्स के प्रथम विद्यार्थी बनने पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल को बधाई दी. उन्होंने कहा कि यह कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है. मुख्यमंत्री के इस कोर्स में दाखिला लेने से विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों में उत्साह व जोश का संचार होगा. मुख्यमंत्री के साथ हरियाणा सरकार व स्वायत्त संस्थान के उच्च अधिकारियों ने भी इस कोर्स में दाखिला लिया है. जापानी भाषा को समझने और वाक्यों को पढ़ना सिखाया जाएगा कला एवं भाषा संकाय के अधिष्ठाता एवं विदेशी भाषा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. ब्रजेश साहनी ने बताया कि इस सर्टिफिकेट कोर्स में जापानी इतिहास, जापानी जीवन मूल्य, जापानी के लेखन और उच्चारण की मूल बातें, बॉडी लैंग्वेज, जापानी शब्दावली, दैनिक जीवन में उपयोग किए जाने वाले बुनियादी अभिवादन व बिजनेस मीटिंग को समझने के साथ-साथ सामान्य वाक्यांश और वाक्यों को पढ़ने में सक्षम होना सिखाया जाएगा. इस कोर्स से भारत एवं जापान के बीच शिक्षा, शोध, व्यापार, रोजगार एवं संस्कृति के आदान-प्रदान के क्षेत्र में नई संभावनाएं पैदा होंगी. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि शिक्षा कोई भी व्यक्ति किसी भी उम्र में ग्रहण कर सकता है, सीखने की कोई उम्र नहीं होती. उनका शुरू से ही विदेशी भाषा सीखने के प्रति लगाव रहा है इसलिए ही उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा शुरू किए जापानी भाषा के कोर्स में दाखिला लिया है. कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने जापानी भाषा कोर्स के प्रथम विद्यार्थी बनने पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल को बधाई दी. उन्होंने कहा कि यह कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है. मुख्यमंत्री के इस कोर्स में दाखिला लेने से विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों में उत्साह व जोश का संचार होगा. मुख्यमंत्री के साथ हरियाणा सरकार व स्वायत्त संस्थान के उच्च अधिकारियों ने भी इस कोर्स में दाखिला लिया है. जापानी भाषा को समझने और वाक्यों को पढ़ना सिखाया जाएगा कला एवं भाषा संकाय के अधिष्ठाता एवं विदेशी भाषा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. ब्रजेश साहनी ने बताया कि इस सर्टिफिकेट कोर्स में जापानी इतिहास, जापानी जीवन मूल्य, जापानी के लेखन और उच्चारण की मूल बातें, बॉडी लैंग्वेज, जापानी शब्दावली, दैनिक जीवन में उपयोग किए जाने वाले बुनियादी अभिवादन व बिजनेस मीटिंग को समझने के साथ-साथ सामान्य वाक्यांश और वाक्यों को पढ़ने में सक्षम होना सिखाया जाएगा. इस कोर्स से भारत एवं जापान के बीच शिक्षा, शोध, व्यापार, रोजगार एवं संस्कृति के आदान-प्रदान के क्षेत्र में नई संभावनाएं पैदा होंगी. नई शिक्षा नीति के अनुसार डिजाइन किया गया कोर्स विभागाध्यक्ष ने बताया कि जापानी भाषा का यह कोर्स नई शिक्षा नीति के अनुसार डिजाइन किया गया पाठ्यक्रम है। यह ऑनलाइन कार्यक्रम शिक्षार्थियों के अनुसार ही बनाया गया जो उन्हें जापानी भाषा आसानी से सीखने में मदद करेगा. इस कोर्स की ऑनलाईन कक्षाएं जल्दी ही शुरू की जाएंगी. उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा जापानी भाषा में एक वर्षीय कोर्स भी चलाया जा रहा है, जिसमें 20 छात्रों ने दाखिला लिया है और जिसकी ऑनलाईन कक्षाएं भी शुरू हो चुकी है. यह कोर्स विद्यार्थियों में कौशल विकास करने के साथ-साथ उनके लिए रोजगारोन्मुखी अवसर भी प्रदान करेगा. बता दें कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के एलुमनी एसोसिएशन द्वारा आयोजित पूर्व छात्र पुनर्मिलन 2021 कार्यक्रम में ऑनलाइन जुड़े मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के जापानी भाषा के सर्टिफिकेट एंड डिप्लोमा कोर्स में दाखिला लेने की इच्छा जाहिर की थी. Post navigation भारत के संविधान में डॉ. अम्बेडकर की आत्मा निहित : प्रो. सोमनाथ। साईबर अपराधियों द्वारा क्रिप्टोकरंसी ट्रेडिंग के नाम पर की जा रही है ठगी, रहें सावधान : डा. अंशु सिंगला