उबर कम्पनी मनमर्जी का कमीशन लेकर कर रही है ऑटों चालको का शोषण।
उबर कम्पनी के खिलाफ शिकायतों की होनी चाहिए उच्च स्तरीय जांच।

आज दिनांक 11 नवबंर को हरियाणा ऑटों चालक संघ के कार्यकर्ताओं ने भारतीय मजदूर संघ के जिला संगठन मंत्री अजय कुमार की अध्यक्षता में सैक्टर 44 में एक बैठक की। बैठक में मुख्य वक्ता के रूप में भारतीय प्राईवेट ट्रांसपोर्ट मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय महामंत्री योगेश शर्मा उपस्थित होकर ऑटों चालकों की समस्याएं सुनी। बैठक को सम्बोधित करते हुए ऑटों चालक संजय कुमार ने बताया कि मैं गुरूग्राम में उबर के माध्यम से ऑटों चलाता हूँ। लेकिन जब से देश में लॉकडाउन लगा है, उबर कम्पनी ऑटों चालकों का शोषण कर रही है। जब कम्पनी अपने साथ राईडर को जोड़ती है तो कुछ स्कीम बताती है और बाद में कोई और स्कीम देती है। आए दिन कोई न कोई वजह बता कर हमारी मेहनत की कमाई काट लेती है।               

 सैक्टर 44 स्टैण्ड के उप प्रधान योगेश राजपुत ने बताया कि पिछले दिनों 6 नवंबर 2021 को सैक्टर 43 से एक सवारी उबर के माध्यम से अपने ऑटों में बैठा कर  सैक्टर 26 में छोड़ा था, सवारी का 91 रूपयों का बिल बना जो उन्होने मुझे दे दिए। उबर कम्पनी ने उन 91 रूपयों में से मुझे 52.56 रूपये ही दिए और उबर कम्पनी ने 39 रूपये अपने कमीशन के रूप में रख लिए। योगेश राजपूत ने कहा कि जब मैने उबर कम्पनी के साथ अपना ऑटों जोड़ा था तो कम्पनी ने मुझे बताया था कि वो मेरे सभी राईड में से केवल 20 रूपये अपने कमीशन के रूप में लेंगे। लेकिन आज कम्पनी मनमर्जी का कमीशन ले रही है।             

  ऑटों चालक दिनेश ने बताया कि उबर कम्पनी ने गुरूग्राम के सभी सीएनजी पम्पों पर अपने गुण्डे खड़े कर रखे है। जो ऑटों चालकों से उनकी आईडी पूछते है, और जो भी ऑटों चालक उनको अपनी उबर की आईडी बता देता है वो उसको ब्लॉक करवा देते है। बाद में उसी आईडी को चालू करने के लिए 500 से 1000 रूपयों की मांग करते है। साथ ही कम्पनी अपनी मर्जी से कई ऑटों चालको की आईडी बन्द कर देती है, जिस को वापिस चलवाने के लिए कम्पनी के गुण्डों और ऐजेन्टों को पैसे देने पड़ते है।  

भारतीय मजदूर संघ के संगठन मंत्री अजय कुमार ने बैठक को सम्बोधित करते हुए बताया कि आज जो विषय सबके सामने आए है, येे एक दो ऑटों चालको की समस्या नही है, अपितु इस प्रकार की समस्याएं सभी ऑटों चालकों के सामने विकराल रूप ले रही है। आए दिन उबर कम्पनी के खिलाफ ऑटों चालक शिकायत करते है, लेकिन उबर कम्पनी की ओर से कोई भी संतोष जनक कार्यवाही अमल में नही लाई जा रही है। अजय कुमार ने कहा कि अगर कोई ऑटों चालक कम्पनी के सामने उनकी कमियों को रखता है तो उसकी आईडी बन्द कर दी जाती है तो उबर कम्पनी उस ऑटों चालक को आर्थिक, मानसिक व शारीरिक रूप से परेशान करती है।       

  अन्त में बैठक को सम्बोधित करते हुए भारतीय प्राईवेट ट्रांसपोर्ट मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय महामंत्री योगेश शर्मा ने कहा कि जिस प्रकार से आज ऑटों चालको ने उबर कम्पनी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बैठक का आयोजन किया और अपनी अपनी पीड़ा सबके सामने रखी है, यह बहुत चिन्ता का विषय है। जिसके लिए हरियाणा ऑटों चालक संघ पूरे हरियाणा में और भारतीय प्राईवेट ट्रांसपोर्ट मजदूर महासंघ पूरे देश में वाहन चालकों के उबर कम्पनी के द्वारा किए जा रहे शोषण को उजागर करने का काम करेंगे।                                       

योगेश शर्मा ने कहा कि आज 11 नवबंर से 11 दिसम्बर तक पूरे एक माह तक गुरूग्राम में अलग अलग जगहों पर बैठक और प्रदर्शन कर हरियाणा ऑटों चालक संघ के कार्यकर्ता जन सहयोग लेकर उबर कम्पनी के द्वारा किए जा रहे शोषण के खिलाफ जनजागरण अभियान चलाकर ऑटों चालको से उबर कम्पनी के साथ अपना ऑटों ना चलाने का आहवान करेंगे। योगेश शर्मा ने कहा कि सरकार से भी मांग करते है कि जिन कम्पनियों को ऑन लाईन सवारी लाने ले जाने का लाईसेन्स सरकार ने दे रखा है, उसकी जांच भी की जाएं। आज हम आजाद देश के नागरिक है, लेकिन फिर भी कुछ पुंजीपति लोग देश की जनता को अपने अनुसार चलाने की कोशिस करेंगे तो आम जनमानस उसको सहन नही करेगा।               

योगेश शर्मा ने कहा कि गुरूग्राम में चलने वाली एप्प आधारित कम्पनियों की जांच भी की जानी चाहिए,। क्या इन्होने सरकार के सारे पैमानों पर खरा उतर कर लाईसंन्स लिया है। सरकार को इन कम्पनियों पर अपना अंकुश लगाने की सख्त जरूरत है व उबर कम्पनी के खिलाफ मिलने वाली शिकायतों की उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिए। योगेश शर्मा ने उबर कम्पनी को चेतावनी देते हुए कहा कि आज यह कम्पनी इन्ही ऑटों व टैक्सी चालको की मेहनत के कारण यहां तक पहुंची है, और आज इन मेहनतकश लोगों का ही शोषण किया जा रहा है। योगेश शर्मा ने कहा कि आज उबर कम्पनी के खिलाफ आन्दोलन की रूपरेखा गुरूग्राम की पावन धरती से शुरू हुई है और धीरे धीरे पूरे देश में उबर कम्पनी के खिलाफ जनआन्दोलन चलाया जाएगा।                 

 योगेश शर्मा ने सभी ऑटों चालको से भी आहवान किया कि अगर आपके साथ भी कम्पनी किसी प्रकार की धोखाधड़ी करती है तो उसकी शिकायत तुरंत युनियन को दे ताकि उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही करवाई जा सके। साथ ही योगेश शर्मा ने उबर कम्पनी को चेतावनी दी की ऑटो ंचालको का शोषण बन्द करे और अपनी पीड़ा बताने वाले एक भी ऑटों चालक की आईडी बन्द करने की कोशिस उबर कम्पनी ने की तो कम्पनी को गुरूग्राम में एक भी ऑटों नही मिलेगा अपने साथ जोड़ने के लिए।           

 योगेश शर्मा ने ऑटों चालको से आहवान किया कि सभी लोग अपने नजदीक के सीएससी सैन्टर पर जाकर अपना श्रम कार्ड बनवाएं, ताकि सरकार की सभी योजनाओं का लाभ उन्हे मिल सके। इस अवसर पर सुनील राघव खांडसा, कृष्ण झाड़सा, सुशील ठाकुर, जयभारत, संतोष शुक्ला, रामायण यादव सहित ऑटों चालकों ने उबर कम्पनी के खिलाफ नारेबाजी की और बैठक में आगे की रणनीति तैयार की।

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