कुमारी सैलजा द्वारा भेजे इस नोटिस पर भरत सिंह बेनीवाल ने कहा कि पवन बेनीवाल का कांग्रेस में कुछ नहीं था. उसके दोस्त, रिश्तेदार और वोटर इनेलो और भाजपा में है. भरत सिंह बेनीवाल ने कहा कि पवन बेनीवाल को तो कांग्रेस के लोगों के घर व कांग्रेस के वोटर तक का पता नहीं पता था. ये केवल कांग्रेस के उम्मीदवार की कमजोरी रही है. सिरसा. ऐलनाबाद उपचुनाव में कांग्रेस की शर्मनाक हार को लेकर हरियाणा कांग्रेस अब एक्शन मोड़ में आ गई है. इसी कड़ी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने पूर्व विधायक भरत सिंह बेनीवाल को उनकी भूमिका नकारत्मक बताते हुए कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है. हलांकि ये नोटिस 1 नवंबर को जारी किया गया था जिसका जवाब बेनीवाल को एक हफ्ते में देने को कहा गया था. फिलहाल भरत सिंह बनवल ने इस नोटिस का जवाब में अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए उल्टा कांग्रेस उम्मीदवार पवन बेनीवाल को ही एक कमजोर उम्मीदवार बताया. भरत सिंह बेनीवाल ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस को कमजोर नहीं किया है बल्कि पार्टी को पिछले 50 सालों से मजबूत करने का काम किया है. वर्ष 2005 में बिना किसी कांग्रेस के बड़े नेता के स्पोर्ट के मैंने ही 25 साल बाद कांग्रेस को जिताने का काम किया. भरत सिंह बेनीवाल ने कहा कि मैंने कांग्रेस की पूरी मदद की है लोगों से सम्पर्क भी किया. भरत सिंह बेनीवाल ने कहा कि बाद में उन्हें कान में दिक्कत हुई और उन्हें ऑपरेशन करवाने जाना पड़ा जिसके बाद उन्हें आराम की सलाह दी गई और वे घर पर ही रहे. वहीं भरत सिंह बेनीवाल ने पवन बेनीवाल पर लोगों को परेशान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि लोग नए उमीदवार के साथ जुड़ने से हिचक रहे थे. वहीं भरत सिंह बेनीवाल ने कहा कि उन्हें टिकट नहीं मिलने से वे नहीं बल्कि कांग्रेस के वोटर नाराज थे, जिन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा को भी पवन बेनीवाल के बारे में बताया. वहीं भरत सिंह बेनीवाल ने ने पवन बेनीवाल पर चुनाव प्रबंधन सही न होने के साथ साथ चुनाव में साधन (गाड़िया) भी उपलब्ध नहीं करवाने का आरोप लगाया. Post navigation शिवलिंग का रंग बदलने से श्रद्धालुओ की बड़ी उत्सुकता महिला सशक्तिकरण एवं महिला सुरक्षा के प्रति जागरूकता के लिए चली “जागृति यात्रा साइकिल रैली” इंस्पेक्टर माया के नेतृत्व में सिरसा पहुंची