कमलेश भारतीय

सरकार में नैतिकता नाम की चीज़ नहीं रही । यदि नैतिकता होती तो लखीमपुर खीरी कांड को देखते हुए अब तक केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा से इस्तीफा ले लिया होता । किसान आंदोलन को लेकर सरकार पूरी तरह फ़ेल है और ऊपर से बातचीत भी बंद कर रखी है ।

यह कहना है कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सैलजा का , जो अपने पिता चौ दलबीर सिंह की पुण्यतिथि के अवसर पर हवन के बाद बातचीत कर रही थीं । उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसान के पक्ष में है जबकि भाजपा सरकार ने इन्हें तमाशा बना कर रख दिया है । हर चीज़ को दबाने का प्रयास किया जा रहा है ।

इस अवसर पर पूर्व मंत्री सुभाष गोयल , अत्तर सिंह सैनी , मासाटर हरि सिंह सैनी ,लाल बहादुर खोवाल , बजरंग दास गर्ग, भूपेंद्र गंगवा , एम एल गोयल , जगन्नाथ , रामनिवास राड़ा , डाॅ अजय चौधरी , मुकेश सैनी आदि मौजूद थे ।

सैलजा ने कहा कि भाजपा की निजी क्षेत्रों में ज्यादा रूचि है जबकि आम लोगों में रूचि नहीं रह गयी। आम जनता से दूर है इनकी कारगुजारी ।

ऐलनाबाद के उप चुनाव पर बात करते कहा कि यदि अभय चौटाला ने किसान आंदोलन के पक्ष में इस्तीफा दिया था तो फिर चुनाव में क्यों उतरे ? यह सवाल उनसे पूछा जाता रहा । टिकट देने में कांग्रेस ने कोई भेदभाव नहीं किया । यह नीति तो गलत है कि टिकट मिले तो कांग्रेसी नहीं तो नहीं । व्यक्ति के कारण कांग्रेस नहीं है बल्कि व्यक्ति कांग्रेस के कारण है , यह भावना होनी चाहिए ।

पेट्रोल , डीज़ल की बढ़ती कीमतों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते कहा कि आम आदमी पर महंगाई का बोझ बढ़ता जा रहा है । प्रतिदिन भाव बढ़ रहे हैं ।

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