Category: विचार

2023 के अंत में हरियाणा विधानसभा और लोकसभा चुनाव की सुगबुगाहट

भरतेश गोयल गिरगिट की तरह पल – पल रंग बदल रहे महाराष्ट्र के वर्तमान राजनीतिक हालात ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या 2023 के अंत में…

आवश्यकता आज की…… राजनीति में प्रवेश के लिए भी हो कॉमन पोलिटिकल टेस्ट और इंडियन पोलिटिकल सर्विस जैसी परीक्षा

क्यों न देश में हर तरह के चुनाव लड़ने के लिए किसी परीक्षा का आयोजन किया जाये और सरकारी नौकरी की तरह राजनीति में प्रवेश के लिए उनके चरित्र का…

मणिपुर हिंसा ……….. भारत की मणि टूट रही

योगेन्द्र यादव परिवार के मुखिया की पहली जिम्मेदारी होती है अपने परिवार को जोड़े रखना। पड़ोसी से निपटने और मोहल्ले में डंका बजाने की बारी बाद में आती है। इसी…

बीजेपी की चाल के डर से सेक्लुयर राजनीति को समान नागरिक संहिता का मैदान नहीं छोड़ना चाहिए

समान नागरिक संहिता के प्रस्ताव को फिर से लाने के पीछे बीजेपी का मकसद विपक्ष को अल्पसंख्यक समुदाय के रूढ़िपरस्त नेतृत्व के साथ दिखाना है और विपक्ष है कि इस…

मोहब्बत की दुकान का क्या होगा ?

–कमलेश भारतीय कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हरियाणा में प्रवेश करते ही मोहब्बत की दुकान की चर्चा यह कहकर शुरू की थी कि मैं नफरत…

साक्षरता और पढ़ने की संस्कृति को बढ़ावा देते हैं सार्वजनिक पुस्तकालय

ज्ञान और संस्कृति के प्रवेश द्वार के रूप में, पुस्तकालय समाज में मौलिक भूमिका निभाते हैं। वे जो संसा धन और सेवाएँ प्रदान करते हैं, वे सीखने के अवसर पैदा…

सिविल सेवाएँ राज्य और समाज के बीच संपर्क पुल

आईएएस अधिकारी रितु माहेश्वरी ने कानपुर में प्रचलित बिजली चोरी से निपटने के लिए नए बिजली स्मार्ट मीटर लगाए। प्राकृतिक, मानव और वित्तीय संसाधनों का विकास और जुटाना और विकासात्मक…

विचार, वचन और कर्म का सामंजस्य शांति और खुशी के स्त्रोत

आजकल, हम राजनेताओं में दोहरे मानदंड और भ्रष्ट सिविल सेवकों में सत्यनिष्ठा की कमी देखते हैं। इसलिए, प्रश्नगत उद्धरण उस समय के लिए प्रासंगिक हो जाता है, जब हम तीनों…

अनमोल है माँ की ममता ………

डॉ कामिनी वर्मा ए माँ तेरी सूरत से अलग भगवाकी सूरत क्या होगी……. ईश्वर हर किसी के पास नहीं पहुँच पाया होगा, शायद इसीलिए अपनी प्रतिकृति माँ के रूप में…

पत्रकारिता दिवस : अब मुश्किल है मिशन वाली पत्रकारिता

पहले मालिकों व संपादकों को पाठकों की जरूरत होती थी आज कुछ अखबारों को छोड़ दें तो ज्यादातर को ग्राहकों की जरूरत है अशोक कुमार कौशिक पश्चिम बंगाल की राजनीतिक…

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