Category: देश

 लोकसभा आम चुनाव-2024,पांचवा चरण : बीजेपी के लिए सिर्फ घाटे का फेज

विश्लेषण : सर्वदमन सांगवान नईदिल्ली । लोकसभा का पांचवा चरण आज 20 मई को पूरा हो गया है । यह चरण अब तक का सबसे महत्त्वपूर्ण चरण था । इस…

स्वाति मालीवाल : राजनीति में यह हाल…

-कमलेश भारतीय बड़ा ही अजीब लग रहा हैं कि आप की सांसद व कभी महिला आयोग की भी अध्यक्ष स्वाति मालीवाल अपनी ही पार्टी के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी…

परिवार दिवस विशेष ….. फूट-कलह ने खींच दी, हर आँगन दीवार !

आखिर क्यों बदल रहे हैं मनोभाव और टूट रहे परिवार भौतिकवादी युग में एक-दूसरे की सुख-सुविधाओं की प्रतिस्पर्धा ने मन के रिश्तों को झुलसा दिया है. कच्चे से पक्के होते…

स्वाति को खुद लड़ना होगा अब कोई कृष्ण भगवान बचाने नहीं आयेंगे – नवीन जहिंद

जो अब बकवास कर रहे है, ये घटना उनकी माँ-बहन-बेटी के साथ हुई होती तो भी यही बोलते – नवीन जयहिंद स्वाति मालीवाल का मामला न्यायिक न कि राजनीतिक –…

“सदमे में थीं स्‍वाति मालीवाल…”: राष्‍ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख ने बताया ….. आप नेता स्वाति मालीवाल का दर्द

आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्‍वाति मालीवाल के मामले में एफआईआर आईपीसी की धारा 323 (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 354 (महिला की शील भंग करने के इरादे से उस पर…

आखिर क्यों आदर्श आचार संहिता की कोई नज़ीर पेश नहीं होती ?

बीते कुछ सालों में देश में जितने भी चुनाव हुए हैं, चाहे वो लोकसभा के हों या विधानसभा के, सब में आचार संहिता उल्लंघन के मामले सामने आते रहे हैं।…

पूर्व पत्नी का मामला होता तो हाथ तोड़ चुके होते , जुबान निकल चुके होते -जयहिंद

स्वाति आये समाने, मान -सम्मान -स्वाभिमान से बड़ा कुछ नहीं – जयहिंद विभव कुमार बलि का बकरा , भेड़िया कोई और है – जयहिंद संजय सिंह स्वाति मालीवाल के नाम…

स्वाति मालीवाल पर साजिश के तहत हमला हुआ है – जयहिंद

स्वाति की जान को खतरा है – जयहिंद रौनक शर्मा नई दिल्ली | डॉ नवीन जयहिंद ने राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ हुई घटना को साजिश बताते हुए कहा…

खतरे में है भारत की पशुधन अर्थव्यवस्था ……..

सरकार की अपनी नीति पर भ्रम के कारण, गरीबों की नई अर्थव्यवस्था गंभीर खतरे में है। चूँकि भारत बेरोजगारी की चपेट में है, पशुधन क्षेत्र इस संकट से निपटने के…

बिना स्वतंत्र मीडिया के स्वस्थ लोकतंत्र को सुनिश्चित कर पाना संभव नहीं

राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते राजनेताओं और मीडिया घरानों के बीच सांठगांठ के परिणामस्वरूप अक्सर पक्षपातपूर्ण रिपोर्टिंग होती है और असहमति की आवाज़ों का दमन होता है। धमकियाँ और हमले: पत्रकारों…