गुडग़ांव। देश विचार वैवाहिक मूल्यों का होता …….. विवाह समझौता न होकर सृष्टि चक्र को गति प्रदान करने वाला जीवन मूल्य है 30/09/2023 bharatsarathiadmin इक्कीसवीं सदी को वैचारिक क्रांति की सदी कहना अनुपयुक्त न होगा। वैचारिक क्रांति से समाज और संस्कृति सर्वाधिक प्रभावित हुये विवाहेत्तर सम्बन्ध आज के जीवन की कटु सच्चाई बन गये…