चंडीगढ़ 2004 से 2014 तक अनुसूचित जाति के उत्पीड़न के मामलों की एफआईआर नहीं होती थी दर्ज, आम लोगों को एफआईआर दर्ज करवाने के लिए भटकना पड़ता था 19/12/2023 bharatsarathiadmin हमारी सरकार आने के बाद यह निर्देश दिए गए कि हर एफआईआर दर्ज की जाए- मनोहर लाल एफआईआर की संख्या बढ़ने से अपराध बढ़ने का अंदाजा नहीं लगाया जाना चाहिए…