Tag: डॉo सत्यवान सौरभ

हीटवेव: भारत के लिए बढ़ता हुआ सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट

भारत में हीटवेव अब केवल मौसमी असुविधा नहीं, बल्कि एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट बन चुकी है। वर्ष 2024 में हीटवेव की आवृत्ति और तीव्रता रिकॉर्ड स्तर पर पहुँची, विशेषकर…

सामाजिक ताना-बाना बिखेर रहे नंगापन और रील्स के परिवेश

मॉडर्न परिवेश में जीवन का चरमसुख अब फॉलोअर्स पाने और कमेंट आने पर निर्भर हो गया है। फ़ेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म पर नग्न अवस्था में तस्वीरें शेयर कर आज लड़कियाँ लाइक…

ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस को मात दे पायेगा भारत ?

भारत को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन पहलों के माध्यम से निगरानी, निदान और त्वरित प्रतिक्रिया तंत्र को मजबूत करके मानव मेटान्यूमोवायरस जैसे उभरते वायरल खतरों से निपटने के लिए अपने नियामक…

स्वस्थ प्रतिस्पर्धा न होने से डिजिटल लेनदेन का जोखिम

केवल दो प्रमुख खिलाड़ियों के वर्चस्व वाला बाजार स्वस्थ प्रतिस्पर्धा में बाधा डालता है, उभरते बाजार में प्रवेश करने वालों द्वारा नवाचार और नई सुविधाओं या भुगतान सेवाओं के विकास…

बाजारीकरण की भेंट चढ़े हमारे सामाजिक त्यौहार ……

हिंदुस्तान त्योहारों का देश है। त्यौहार हमको सामाजिक और संस्कारिक रूप से जोड़ने का काम करते हैं। हमारी सांस्कृतिक और संस्कारिक एकता ही भारत की अखंडता का मूल आधार है।…

हमारी बोलचाल, प्यार, उलाहनों और कहावतों में सदियों से रचे बसे है श्रीराम

*राम नाम है हर जगह, राम जाप चहुंओर। चाहे जाकर देख लो, नभ तल के हर छोर।।* श्रीराम हमारे मन में बसे, श्रीराम हमारी संस्कृति है, हमारी बोलचाल, प्यार, उलाहनों…

अमृत महोत्सव के जश्न में डूबे, कहाँ खड़े हैं आज हम ?

विश्व की उदीयमान प्रबल शक्ति के बावजूद भारत अक्सर वैचारिक ऊहापोह में घिरा रहता है. यही कारण है कि देश के उज्ज्वल भविष्य और वास्तविकता में अंतर दिखाई देता है.…

सांस्कृतिक और संस्कारिक एकता के मूल आधार है हमारे सामाजिक त्यौहार

हिंदुस्तान त्योहारों का देश है। त्योहार हमको सामाजिक और संस्कारिक रूप से जोड़ने का काम करते हैं। हमारी सांस्कृतिक और संस्कारिक एकता ही भारत की अखंडता का मूल आधार है।…

हरियाणा के सत्यवान सौरभ एवं प्रियंका सौरभ को ‘विश्व हिंदी साहित्य रत्न सम्मान’

विश्व हिंदी दिवस’ के अवसर पर 10 जनवरी 10 बजकर 10 मिनट पर ‘विश्व हिंदी साहित्य रत्न सम्मान 2023 से सम्मानित किया गया। देश भर के 75 साहित्यकारों के इस…

भ्रष्टाचार इसलिए होता है क्योंकि हम स्वयं बेईमान है।

हम बेवकूफ इसलिए बनाए जा रहे है, क्योंकि हम बेवकूफ है। हमारे हक इसलिए छीने जाते है ,क्योंकि हम दूसरो को छीनने की कोशिश करते है। हमारे साथ भ्रष्टाचार इसलिए…

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