हिसार मेरे आंसू जनता के आंसू जबकि प्रधानमंत्री के आंसू फर्जी : राकेश टिकैत 04/06/2021 Rishi Prakash Kaushik -कमलेश भारतीय मेरे आंसू जनता के आंसू थे और दिल से बहे थे जबकि प्रधानमंत्री के आंसू फर्जी और दिमाग से निकले थे । इसलिए इनका कोई असर किसी पर…