देश साहित्य लावारिस लाशें कहीं, और कहीं ताबूत 19/08/2020 Rishi Prakash Kaushik बदल गए दस्तूर’ को कोरोना-केंद्रित हिंदी का प्रथम दोहा-संग्रह माना जा सकता है। —-प्रियंका सौरभ , रिसर्च स्कॉलर इन पोलिटिकल साइंस, -कवयित्री, स्वतंत्र पत्रकार एवं स्तंभकार, कोरोना काल का सदुपयोग…