प्रधानमंत्री के वक्तव्य को समझा जाए तो उनकी रूचि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ही नहीं ऐलनाबाद चुनाव की जीत में भी है भारतीय जनता पार्टी और मोदी सरकार के लिए हरियाणा बहुत महत्वपूर्ण है धर्मपाल वर्मा चंडीगढ़ – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजनीति के ऐसे प्रकांड विद्वान और अनोखे खिलाड़ी हैं कि वे अपने आईडियाज और वक्तव्यों से राजनीति की दिशा बदल देते हैं यहां तक कि जनमत को भी अपनी सुविधानुसार अपने पक्ष में कर लेते हैं। 2014 में केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद जब हरियाणा में विधानसभा के चुनाव चल रहे थे तो ऐसी परिस्थितियां थी कि लोगों को यह लगने लगा था कि भाजपा और इनेलो मिलकर सरकार बनाएंगे परंतु प्रधानमंत्री बन चुके नरेंद्र मोदी जब हरियाणा के चुनाव प्रचार में लगे थे तो उनका आखरी कार्यक्रम चुनाव प्रचार समाप्त होने के दिन शाम के वक्त गुड़गांव में था । उन्होंने इस कार्यक्रम में यह कहकर परिस्थितियों को बदल दिया कि हम जेल में बैठे लोगों से कोई गठबंधन नहीं करेंगे। ऐसे में दो ही दिन में सारी परिस्थितियों में ऐसा बदलाव आया कि लोगों को प्रदेश में भाजपा की ही सरकार बनाने का फैसला लेना पड़ा। इसी चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहला कार्यक्रम कुरुक्षेत्र में था जिसमें उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि आप लोगों को दबंगों से खुद की सुरक्षा करनी है तो भारतीय जनता पार्टी को वोट देना। संबंधित लोगों ने समझ लिया कि प्रधानमंत्री दबंग किसे बता रहे हैं। इसी एक बात पर चौधरी भजन लाल का वोट बैंक भारतीय जनता पार्टी में शिफ्ट हो गया था। इसी तरह जब लोकसभा के चुनाव चल रहे थे तो कुलदीप बिश्नोई भारतीय जनता पार्टी के गठबंधन मैं हिसार से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे थे ।उन्हें सीनियर पार्टनर के तौर पर मुख्यमंत्री का उम्मीदवार भी मान लिया गया था। लेकिन प्रधानमंत्री की ओर से दो अप्रत्याशित और कूटनीतिक फैसले ले लिए गए। इसी ने कुलदीप बिश्नोई को अर्श से फर्श पर लाकर खड़ा कर दिया। एक यह कि भाजपा ने गठबंधन के एक और सहयोगी शिरोमणि अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल को हिसार के इनेलो के उम्मीदवार दुष्यंत चौटाला के पक्ष में प्रचार करने की छूट दे दी और प्रधानमंत्री का फतेहाबाद का कुलदीप बिश्नोई के पक्ष में रखा कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। जनता संकेत भी समझ लेती है और इसी संकेत को समझते हुए हिसार के लोगों ने कुलदीप बिश्नोई को हराने और दुष्यंत चौटाला को जिताने का फैसला ले लिया और इसी का परिणाम यह आया कि कुलदीप बिश्नोई और भाजपा में गठबंधन ही समाप्त हो गया और मुख्यमंत्री बनने का सपना देखने वाले कुलदीप बिश्नोई कुल मिलाकर छह विधायक ही बना पाए और उनमें से अधिकांश कांग्रेस में चले गए। आज का मियां बीबी की पार्टी बन कर रह गई। अब जब हरियाणा में मीडिया में, राजनीतिक क्षेत्रों में यह अफवाह उड़ रही थी कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल को बदला जा सकता है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक ही वाक्य से सारी अफवाह फ़ुर्र हो गई। प्रधानमंत्री ने जिस तरह मनोहर लाल की तारीफ की उससे दो बातें साफ हो गई कि मनोहर लाल को बदलने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता और प्रधानमंत्री ऐलनाबाद के मतदाताओं को यह संदेश देना चाहते हैं कि वे भाजपा के प्रत्याशी के पक्ष में ही मतदान करें। वैसे ऐलनाबाद के लोगों को पता है कि पिछले चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हल्के में एक गांव में आयोजित एक जनसभा के बावजूद आईएनएलडी के उम्मीदवार अभय सिंह चौटाला अब जीत गए थे। मतलब नरेंद्र मोदी की अपील और आह्वान भी अभय सिंह चौटाला को नहीं हरा पाए थे। इस समय प्रधानमंत्री के वक्तव्य को समझा जाए तो उनकी रूचि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ही नहीं ऐलनाबाद चुनाव की जीत में भी है। क्योंकि वह उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में ऐलनाबाद की जीत और हरियाणा की 7 साल की प्रगति को अपनी उपलब्धि के रूप में प्रस्तुत करना चाहते हैं ।मतलब वे उत्तर प्रदेश में हरियाणा को रोल मॉडल के रूप में पेश करने की इच्छा रखते हैं ।इसी कारण से हरियाणा में गन्ने के भाव बढ़ाए गए जो देश में सर्वाधिक हैं। कहने का मतलब यह है कि भारतीय जनता पार्टी और मोदी सरकार के लिए हरियाणा बहुत महत्वपूर्ण है। Post navigation प्रदेश में खनन क्षेत्र में पारदर्शी व्यवस्था लागू, माइनिंग माफिया को पनपने नहीं दिया जाएगा – मूलचंद शर्मा खट्टर राज में प्रदेश की बदहाली के 7साल, घोटालों की भरमार, जनता के नही हुए सपने साकार : सुनीता वर्मा