Encryption सुरक्षा से आप आ संदेशों/ईमेल व निजी जानकारियों को कर सकते है सुरक्षित। गुरुग्राम पुलिस द्वारा साईबर अपराधों से बचने के लिए चलाए गए जागरुक अभियान के तहत “Do not share information via Email unless it is encrypted” पर विस्तापूर्वक जानकारी देते हुए किया जागरुक। लोगों के साथ हो रही साईबर ठगी को रोकने के उद्देश्य से गुरूग्राम द्वारा साईबर ठगों की तकनीकों व उनके निवारण के बारे में लगातार दी जा रही है विस्तृत जानकारी। गुरुग्राम , 13.10.2021 – श्री के.के.राव भा.पु.से., पुलिस आयुक्त, गुरुग्राम के आदेशानुसार गुरुग्राम पुलिस द्वारा साईबर अपराधों से बचने के लिए विशेष अभियान चलाया गया है जिसमें लोगों को विभिन्न माध्यमों से साईबर अपराधों के विभिन्न बिंदुओं के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए जागरुक किया जा रहा है ताकि वो साईबर अपराधियों का शिकार ना हो सके और इनके जागरुक रहने से विभिन्न माध्यमों से साईबर अपराध करने वाले अपराधियों को काबू करके अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके। गुरुग्राम पुलिस द्वारा इसी कङी में लोगों को साईबर अपराध से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए कहा “Do not share information via Email unless it is encrypted” साईबर अपराधों से बचाव के लिए इस तथ्य को आधार बनाकर गुरूग्राम पुलिस द्वारा द्वारा इस बार को स्मरण करते हुए कहा कि वर्तमान समय में इन्टनेट एक ऐसा माध्यम बन गया है, जिसके माध्यम से बैंकिंग, खरीददारी तथा प्रत्येक सामान की बिक्री इत्यादि सभी कार्य किए जा रहे है। मोबाईल के इस युग में विभिन्न मोबाईल एप के जरिये सभी कार्य डिजिटल रुप से करने की होड लगी हुई है। साईबर अपराधी ऑनलाईन सेवाओं का गलत प्रयोग करते हुए लोगों के साथ ठगी करते है और उनकी मेहनत की कमाई को ठग लेते है। गुरूग्राम पुलिस द्वारा लोगो का ध्यान “Do not share information via Email unless it is encrypted” की तरफ आकर्षित करते हुए इस विषय पर निम्नलिखित जानकारी देकर लोगों को जागरूक किया गया:- वर्तमान समय में डाटा इतने बङे स्तर पर उपयोग हो रहा है, जहां व्टसएप, फेसबुक, इन्टरनेट बैंकिग, मनी ट्रान्सफर या किसी भी प्रकार की हम और व्यक्तिगत जानकारियों को इन्टरनेट के माध्यम से शेयर किया जाता है, तो ऐसे में आपके साथ ठगी/फ्रॉड होने या आपकी व्यक्तिगत जानकारी चोरी होने की पूरी सम्भावना बनी रहती है। इस प्रकार के खतरों को कम करने के या हम कह सकते है कि डाटा की सुरक्षा बढाने के लिए एन्क्रिप्शन का उपयोग किया जाता है। सरल शब्दों में यदि हम एन्क्रिप्शन का अर्थ समझे तो अपनी इन्फोर्मेशन को एक गुप्त कोड के द्वारा सुरक्षित करना एन्क्रिप्शन कहलाता है। जब डाटा एन्क्रिप्ट हो जाता है तो इसे हर कोई यूजर नहीं देख पाता जिससे हम अपने डाटा को और भी ज्यादा सुरक्षित रख सकते है। एन्क्रिप्शन वह तरीका है जिसके द्वारा डाटा को एक प्रकार के कोड में बदल दिया जाता है या ये भी कह सकते है कि एन्क्रिप्शन से प्लेनटैक्सट को सीफर टैक्ट में बदल दिया जाता है ताकि कोई भी उस डाटा को पढ या समझ ना सके, फिर चाहे वह डाटा कम्पयूटर पर स्टोर किया हुआ हो या इन्टरनेट पर भेजा जा रहा हो हमारा डाटा दोनों ही स्थिति में डाटा सुरक्षित रहता है। हम एन्क्रिप्शन से अपने डाटा को कोड में कन्वर्ट करते है तो उसको पढने के लिए हम डिक्रिप्शन प्रक्रिया को प्रयोग में लाते है। डिक्रिप्शन के माध्यम से एन्क्रिप्शन करके कोड के रुप में सुरक्षित किए गए डाटा को पढने/देखने के लिए डिक्रिप्शन करते है जो आपकी अनुमति के बिना नही किया जा सकता। एन्क्रिप्शन किए गए डाटा को अनऑथराईज्ड व्यक्ति डिक्रिप्शन नही कर सकता। एन्क्रिप्शन के उपयोग द्वारा डाटा की पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है। एन्क्रिप्शन की यह सुविधा मल्टीपल डिवाईसीज को सपॉर्ट करती है, यानि सिर्फ डेक्सटॉप या लैपटॉप ही नही बल्कि स्मार्टफोन के बीच होने वाले किसी भी डाटा कम्यूनिकेशन को भी एन्क्रिप्शन किया जा सकता है। ऑनलाईन डाटा शेयह को भी एन्क्रिप्शन के द्वारा सुरक्षा प्रदान की जाती है। एन्क्रिप्शन के उपयोग से डाटा की Integrity को बरकरार रखा जा सकता है। अपनी निजी ईमेल व सूचनाओं को साईबर अपराधियों और हैकर्स से दूर रखने का सबसे अच्छा तरीका एन्क्रिप्शन का उपयोग करना है। एन्क्रिप्शन आपके संदेशों तथा निजी ईमेल की सुरक्षा करता है, जब तक कि आप उन्हें पढ़ने के लिए स्पष्ट रूप से अधिकृत नहीं करते हैं, तब तक उन्हें देख पाना असंभव हो जाता है। यदि आप क्लाइंट-साइड एन्क्रिप्शन सेवा जैसे Virtru का उपयोग कर रहे हैं तो भले ही आपके इनबॉक्स से छेड़छाड़ की गई हो तो भी आपके संदेश या ईमेल के कन्टेन्स आपकी अनुमति के बिना नही पढे/देखे जा सकते। यदि आपका ईमेल आपके नियंत्रण से बाहर किसी सर्वर पर संग्रहीत हो जाता है, तो आपके पास अभी भी शक्ति है कि इसे कौन देखेगा आप किसी भी समय उसको देखने की अनुमति को रद्द कर सकते हैं। साईबर अपराध पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस भी लगातार छापेमारी कर साईबर अपराधियों को गिरफ्तार कर रही है। साईबर अपराधों में सोशल मीडिया को अक्सर माध्यम बनाया जाता है जिसमें फेक न्यूज व फेक अकाउंट से किसी भी प्रकार का फ्रॉड किया जाता है। इसके लिए आवश्यक है कि सोशल मीडिया के प्रयोग में सतर्कता बरती जाए। मोबाइल फोन, ईमेल, सोशल मीडिया अकाउंट आदि का किस प्रकार प्रयोग किया जाए जिससे साइबर अपराधों से बचा जा सकता है। साइबर अपराध से स्वयं को बचाने तथा अपने दोस्तों व रिश्तेदारों को भी इसकी जानकारी देकर फ्रॉड से उन्हें बचाने के लिए मुख्य बातों को ध्यान में रखने की बात अवश्य बताएं। इसमे मुख्य रूप से फेक फोन कॉल्स के माध्यम से निजी जानकारी प्राप्त करने वालों के बारे में बताएं। अपना बैंक एकाउंट नंबर, पासवर्ड आदि किसी को न बताएं। अपने इंटरनेट बैंकिंग और बैंकिग ट्रांजिक्शन का इस्तेमाल कभी भी सार्वजनिक स्थान जैसे कि साइबर कैफे, पार्क, सार्वजनिक मीटिंग और किसी भीड़-भाड़ वाले स्थान पर न करें। अपने ए.टी.एम. का पिन कोड न ही तो लिख कर रखें और न हीं किसी को ओ.टी.पी. बताएं। किसी प्रकार के प्रलोभन वाले कॉल से बचे एवं बिना जांच-परख के किसी को भी अपने बैंक खाता से संबंधित किसी प्रकार की जानकारी न बताएं। गुरुग्राम पुलिस आप सभी से अनुरोध करती है कि यदि आप किसी भी प्रकार के साईबर अपराध के शिकार होते है तो आप उसकी शिकायत अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन, पुलिस चौकी या साईबर पुलिस स्टेशन में अवश्य दे तथा राष्ट्रीय साईबर कम्पलेंट पोर्टल https://cybercrime.gov पर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते है और इस सम्बन्ध में साईबर अपराधों की रोकथाम हेतु आमजान की सहायता के लिए राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय हेल्पलाईन की शुरुआत की है। जिसका नम्बर 155260 है। इसे नोट करें व अपने मोबाईल में सुनिश्चित रखें। साईबर अपराध से सम्बन्धित किसी भी प्रकार धोखाधङी होने पर इस नम्बर 155260 पर अवश्य कॉल करें तथा शिकायत करें, ताकि धोखाधङी में गया पैसा आपको वापिस मिल सके और अपराधियों के खिलाफ कङी कार्यवाही करते हुए अपराधों पर अकुंश लगाया जा सके। गुरुग्राम पुलिस आपसे पुनः अनुरोध करती है कि किसी भी प्रकार से अपनी गोपनीय जानकारी किसी के साथ सांझा ना करें। Post navigation गुरूग्राम में हेली-हब स्थापित किए जाने की दिशा में सरकार द्वारा केंद्र सरकार को शीघ्र प्रस्ताव भेजा जाएगा आजादी का अमृत महोत्सव के तहत विद्यार्थियों को किया स्वच्छता के प्रति जागरूक