पंचकूला, 13 सितंबर –   हरियाणा विद्यालय शिक्षा विभाग की ओर से पंचकूला के सेक्टर 26 स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल में प्रदेश के यूथ एडवेंचर क्लब की राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन 8 सितंबर से 13 सितंबर तक किया गया। राज्य स्तरीय कार्यशाला में हरियाणा भर से 32 शिक्षकों ने भाग लिया।

विद्यालय की प्रधानाचार्य  संजू शर्मा ने सभी प्रतिभागियों द्वारा यूथ एडवेंचर क्लब को सुदृढ़ बनाने के लिए किए गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि इस कार्यशाला का उद्देश्य राजकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले सभी विद्यार्थियों के सर्वागीण विकास हेतु साहसिक गतिविधियों के माध्यम से यूथ एडवेंचर क्लब की स्थापना करना है। विभाग द्वारा विद्यार्थियों की कल्पना को नई उड़ान देने के लिए जो कदम उठाए जा रहे हैं, उनकी जितनी सराहना की जाए कम है। 

कार्यक्रम अधिकारी राम कुमार ने बताया कि यूथ क्लबों की स्थापना करना विभाग की एक योजना है। जिसका लाभ भविष्य में प्रदेश के छात्र- छात्राओं को मिलेगा । इससे बच्चों में साहसिक गतिविधियों के प्रति रुचि उत्पन्न होगी ।बच्चे यहां एडवेंचर में रोजगार प्राप्त कर सकेंगे,वहीं जीवन में कठिनाइयों से लड़ने की क्षमता भी बढ़ेगी। ऐडवेंचर जहां आत्मविश्वास बढ़ाता है वही तन, मन को मजबूत बनाने में सहयोग करता है। शिक्षा विभाग द्वारा एडवेंचर से संबंधित पुस्तक का विमोचन करने की भी योजना है।  इस कार्यशाला को करने का मुख्य उद्देश्य गवर्नमेंट स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को एडवेंचर स्पोर्ट्स के साथ जोड़ना है जिससे विद्यार्थी भविष्य में इस क्षेत्र से जुड़कर रोजगार प्राप्त कर पाए, विभाग की यह भी एक सोच है ।

भूपेन्द्र दयाल, प्रधानाचार्य, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, मोढ़ाखेड़ा, हिसार ने कहा कि 5 दिवसीय कार्यशाला से बहुत कुछ सीखने को मिला है। इस कार्यशाला के दौरान यूथ एडवेंचर कलब के मॉडयूल तैयार किए गए हैं, जिससे भविष्य में विद्यालय में यूथ एडवेंचर क्लब स्थापित करते समय सहायता मिलेगी। 

प्रतिभागी डॉ ओम प्रकाश कादियान, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, रोहतक ने कहा कि जो कुछ उन सबने यहां सीखा है इससे विद्यार्थी भी लाभवान्ति होंगे और यूथ एडवेंचर क्लबों के गठन में काफी फायदा होगा। साहसिक गतिविधियों से जुड़ने से विद्यार्थियों के जोश को नई दिशा मिलेगी, वही रोजगार के सुअवसर भी इस क्षेत्र में प्राप्त होंगे। 

डॉ जसमीत कौर, हिन्दी प्राध्यापिका, आरोही मॉडल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गिओंग कैथल ने बताया कि कार्यशाला के दौरान उन्होंने काफी आंकडें एकत्रित किए हैं, जिनका पुस्तक के रूप में संकल्न किया जाएगा। पुस्तक में इन तथ्यों की जानकारी दी गई है कि विद्यार्थी के लिए साहसिक गतिविधियों की क्या आवश्यकता है तथा इसमें किन किन जोखिमों का सामना करना पड़ता है। चंूकि हरियाणा प्रदेश खेलों का हब है तथा यहां से बहुत से खिलाड़ी साहसिक गतिविधियों में नाम रोशन कर चुके हैं, ऐसे में एडवेंचर क्लब इन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करता है।

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