यह पूछे जाने पर कि पार्टी इस विवाद से कैसे निपटेगी? रावत ने कहा, “इन सलाहकारों को पार्टी द्वारा नियुक्त नहीं किया गया था. हमने सिद्धू से उन्हें बर्खास्त करने के लिए कहा है. अगर सिद्धू ऐसा नहीं करते हैं, तो मैं करूंगा. हम ऐसे लोग नहीं चाहते जो पार्टी को शर्मिंदा करें.”

दिल्ली –  पंजाब कांग्रेस के प्रभारी और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू   को अपने सलाहकारों को बर्खास्त कर देना चाहिए और अगर वह ऐसा करने में विफल रहते हैं, तो पार्टी उन्हें बर्खास्त कर देगी. हरीश रावत ने पंजाब कांग्रेस के नए प्रमुख को स्पष्ट संदेश दिया है. उनका यह संदेश मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ विद्रोह के एक नए विस्फोट के बाद आया है. उन्होंने सिद्धू के सलाहकारों की टिप्पणी को गलत मानसिकता वाला बताया है.

प्यारे लाल गर्ग और मलविंदर माली, जो हाल ही में सिद्धू की टीम में शामिल हुए थे, ने पिछले हफ्ते पाकिस्तान और कश्मीर पर अपनी टिप्पणियों से सुर्खियां बटोरीं.  एक फेसबुक पोस्ट में माली ने कहा था कि भारत और पाकिस्तान दोनों अवैध रूप से कश्मीर पर कब्जाधारी हैं.

रावत ने कहा, “यह खेमों की बात नहीं है, जिसने (उन बयानों पर) आपत्ति जताई है. पूरी पार्टी और राज्य को भी आपत्ति है. जम्मू-कश्मीर पर पार्टी की एक लाइन है – और वह यह है कि वह प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा है.”

यह पूछे जाने पर कि पार्टी इस विवाद से कैसे निपटेगी? रावत ने कहा, “इन सलाहकारों को पार्टी द्वारा नियुक्त नहीं किया गया था. हमने सिद्धू से उन्हें बर्खास्त करने के लिए कहा है. अगर सिद्धू ऐसा नहीं करते हैं, तो मैं करूंगा. हम ऐसे लोग नहीं चाहते जो पार्टी को शर्मिंदा करें.”

हालांकि, रावत ने उस सवाल को दरकिनार कर दिया कि क्या अमरिंदर सिंह चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार और पार्टी का चेहरा बने रहेंगे. उन्होंने कहा, “हम एक ही बात दोहरा नहीं सकते.”

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