करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरजपाल अम्मू ने धर्म विशेष को लेकर सवाल खड़ा किया और हरियाणा सरकार से जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करने और मजारों को तोड़ने की मांग की. उन्होंने कहा कि यदि सरकार नहीं तोड़ेगी तो करणी सेना मजारों को तोड़ेगी, और जरूरत पड़ी तो लातों के भूतों को लातों से ही समझाएगी भिवानी. करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरजपाल अम्मू के फिर से विवादित बयान दिया है. अम्मू ने धर्म विशेष को लेकर सवाल खड़ा किया और हरियाणा सरकार से जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करने और मजारों को तोड़ने की मांग की. उन्होंने कहा कि यदि सरकार नहीं तोड़ेगी तो करणी सेना मजारों को तोड़ेगी, और जरूरत पड़ी तो लातों के भूतों को लातों से ही समझाएगी. मंगलवार को भिवानी की नई अनाज मंडी में करणी सेना की प्रदेश कार्यकारिणी की हुई बैठक में सूरजपाल अम्मू मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे थे. इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुये सूरजपाल अम्मू ने जो कुछ कहा उससे नया विवाद खड़ा हो गया है. उन्होंने धर्म विशेष के खिलाफ जहर उगलते हुये कहा कि खतरे में हिंदू नहीं, वो (मुसलमान) हैं, और इसी डर के मारे वो अनाप-सनाप बोलते हैं. अम्मू ने कहा कि हम दो हमारे दो, पर उनके 10-10, 12-12 क्यों. उन्होंने कहा कि यह लातों के भूत हैं जो बातों से ना माने तो लातों का प्रयोग भी करेंगे. उन्होने कहा कि हमारे देश में रहकर हमारे देश के खिलाफ आतंकी गतिविधि चलाएंगे तो हम चुप बैठने वाले नहीं. इसके अलावा अम्मू ने हरियाणा सरकार से जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करने की मांग की. उन्होंने कहा कि जो सरकार गरीबों के मकान तोड़ती है, वो रातों-रात बनने वाले मजार भी तोड़े. उन्होंने यह चेतावनी दी कि सरकार नहीं तोड़ेगी तो करणी सेना इन मजारों को तोड़ेगी. अम्मू यहीं नहीं रूके, उन्होंने कहा कि अभिनेता सैफ अली खान बताएं कि उन्होंने अपने बेटे का नाम तेमूर क्यों रखा. जबकि तैमूर लुटेरा था. करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने गीतकार जावेद अख्तर के ट्वीट पर भी सवाल खड़े किये और कहा कि शाहजहां की मां और दादी को राजपूताना बताने वाले जावेद अख्तर उनके बाप-दादा के नाम भी बताएं. अम्मू ने कहा कि हमारा देश धर्म निरपेक्ष है पर जाति व धर्म के नाम पर आए दिन कोई ना कोई संगठन विवाद खड़ा करता रहता है. जबकि कोई धर्म आपस में लड़ना नहीं सिखाता बावजूद इसके यह कट्टर संगठन खूब फल-फूल रहे हैं. Post navigation हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड, सीनियर सेकेंडरी परीक्षा परिणाम में ना कोई फेल ना कंपार्टमेंट आरटीआई के जवाब की लीपापेती: शिक्षा बोर्ड को खुद नहीं पता डीसी रेट व आउटसोर्सिंग पर कर रहे कितने श्रमिक काम