-बोधराज सीकरी समेत पंजाबी समाज के सरकार में और संगठन में विभिन्न पदों पर बैठे लोगों का किया गया सम्मान समारोह
-पंजाबी समाज को एकजुट करने का किया गया आह्वान

गुरुग्राम। पंजाबियत, रुहानियत, इंसानियत। इन तीन शब्दों में पंजाबियों का सार है। इन्हीं को अपने जीवन का ध्येय मनाकर पंजाबी समाज सर्वसमाज की भलाई के लिए काम करती है। विस्थापित होने के बाद खुद को स्थापित करके पंजाबियों ने अपना वर्चस्व बनाया है। इसे कायम रखने के लिए हम सबको भविष्य में भी एकजुट रहना होगा। यह बात प्रसिद्ध उद्योगपति, वरिष्ठ भाजपा नेता एवं हरियाणा राज्य सीएसआर ट्रस्ट की प्रबंध समिति के उपाध्यक्ष बोधराज सीकरी ने कही।

रविवार को यहां अशोक विहार फेज-3 पालम विहार ओम स्वीट्स के बधाई हॉल में बोधराज सीकरी के अलावा पंजाबी समाज के उन लोगों का अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया, जिन्हें हरियाणा सरकार या संगठन मेमें किसी न किसी पद से नवाजा गया है। ओम् स्वीट्स के ओम कथूरिया, केके गांधी और अनिल कुमार इस कार्यक्रम के संयोजक रहे। मंच संचालन अशोक शर्मा ने किया। इस मौके पर पूर्व मंत्री धर्मबीर गाबा ने भी पंजाबी समाज को एक होकर काम करने की बात कही, ताकि राजनीति में समाज और हर खेत्र में भागीदारी बढ़ सके। उन्होंने कहा कि वे चार बार गुडग़ांव से विधायक रह चुके हंै। यहां एकजुट पंजाबी समाज का ज्वलंत उदाहरण पेश करे।

बोधराज सीकरी ने धर्मबीर गाबा के वक्तव्य को रेखांकित करते हुए कहा कि उनके आशीर्वाद से पंजाबी बिरादरी भविष्य में एक होकर काम करेगी। राष्ट्र सर्वोपरि है। राजनीति में भागीदारी के लिए हर समाज को एकता के सूत्र में रहना जरूरी भी है। श्री सीकरी ने कहा कि बिरादरी के लिए किसी भी तरह का योगदान देने के लिए वे सदैव तैयार हैं। उनका ध्येय पंजाबियत को आगे बढ़ाना है। समाज को एकजुट करना है। उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल का अपनी नियुक्ति के लिए धन्यवाद करते हुए कहा कि वे दूरदशीज़् सोच के व्यक्ति हैं। उन्होंने पंजाबी समाज को और सभी समाज को समन्वय से आगे बढ़ाया है। वे सभी बिरादरी का सम्मान करते हे। उन्होंने कहा कि समाज को एकजुट रखने वाला व्यक्ति ही समाज को, प्रांत को और राष्ट्र को आगे बढ़ा सकता है। कार्यक्रम में मौजूद सभी से उनका यही निवेदन है कि अपनी मजबूती को एकजुट होकर रहे ताकि राष्ट्र और मजबूत बना रहें। इस समारोह में गुरुग्राम के अलावा नूंह, रेवाड़ी, सोहना, फिरोजपुर झिरका आदि जगहों से भी पंजाबी बिरादरी के गणमान्य लोग पहुंचे थे।

अपने संबोधन में हरियाणा विद्युत बोर्ड के निदेशक एवं राज्यपाल जगदीश मुखी के पुत्र अतुल मुखी ने कहा कि हमें एक-दूसरे को आगे बढऩे में सहयोग करना है, ताकि बिरादरी को मजबूत कर सकें। संजय भसीन ने कहा कि पंजाबी समाज को आगे बढ़ता देख लोगों को परेशानी हो रही है। तथाकथित आंदोलन इसी का हिस्सा हैं। अनुराग बख्शी ने कहा कि अगर पंजाबी बिरादरी को आगे बढ़ाना है तो हमें एक-दूसरे के सहयोग करने की भावना खुद में पैदा करनी होगी। कन्हैया लाल आर्य ने कहा कि पंजाबियत का दूसरा नाम पुरुषार्थ है। अपने बल पर हम मजबूत हुए हैं। धर्म-कर्म में हमारी सबसे अधिक भूमिका रहती है। रश्मि खेत्रपाल ने महिला सशक्तिकरण की बात की और आग्रह किया की पंजाबी समुदाय को महिला को आगे लाना होगा। रमन मलिक ने बिरादरी को एक माला में बंधने की बात कही। डॉक्टर सुभाष खन्ना में पुरज़ोर एकता का कथन रखा और कहा की पंजाबी समुदाय सदा एक सूत्र में बंधने के लिए तत्पेर हे।

समारोह में हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय भसीन, भाजपा प्रवक्ता रमन मलिक, अनुराग बख्शी, कन्हैया लाल आर्य, सुरेंद्र खुल्लर, पार्षद कपिल दुआ, पार्षद अश्वनी शर्मा, रामकिशन गांधी, लक्ष्मण पाहुजा, हरविंद कोहली, भारत भूषण गोगिया, प्रमोद सलूजा, एचएस चावला, सुभाष प्राचार्य, मनीष खुल्लर, धर्म सागर, बाल कृशन खत्री, देव राज आहूजा, काँवर भान वधवा आदि कई पंजाबी समुदाय के लोग एकत्र हुए l