भिवानी/मुकेश वत्स  

संयुक्त किसान मोर्चा के आह््वान पर किसानों ने कृषि मंत्री व स्थानीय विधायक को हांसी गेट पर काले झण्डे दिखाए तथा पुलिस ने 7 किसान नेताओ को गिरफतार करके दो घण्टे तक थाने में बैठाये रखा और बाद मे उन्हे रिहा कर दिया।

गिरफ्तार किसानों के साथ शहर थाना इंचार्ज द्वारा कथित दुव्र्यवहार करने व एक रिटायर्ड मध्य प्रदेश पुलिस अधिकारी व किसान नेता के कथित तौर पर पीछे से लात मारने की कार्यवाही की घोर निंदा की गई है। आक्रोश स्वरूप किसान व मजदूर संगठनों ने राज्य सरकार की शव यात्रा निकाली तथा लघु सचिवालय के सामने पुतला फुका। शहर थाना इंचार्ज के विरूद्व कानूनी कार्यावाही करने के लिए पुलिस अधिक्षक को 6 सदस्यीय कमेटी ने ज्ञापन सौप कर उन्हे तुरंत थाने से हटाकर विभागीय कार्यावाही करेन की मांग की है। पुलिस अधीक्षक ने जांच पडताल करके उचित कार्यवाही का आश्वाशन दिया है।

आज के प्रदर्शन की अध्यक्षता किसान नेता करतार ग्रेवाल, रोहताश पहलवान मिताथल, महिला नेत्री राजबाला धनाना व सन्तोष देशवाल ने सयुक्त रूप से की। प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा के नेता कामरेड ओमप्रकाश, गंगाराम श्योराण, मास्टर राज सिंह, कमल प्रधान ने बताया की जन विरोधी कृषि कानूनों, बिजली बिल 2020 व अन्य किसान मजदूर विरोधी कानूनों के खिलाफ देश का किसान एकजुट होकर 7 महीने से भाजपा सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा हैं। इस दौरान 500 से ज्यादा किसान शहीद हो चुके हैं। बावजूद इसके सरकार अड़ानी-अम्बानी को फायदा पहुंचाने के लिए जनविरोधी काले कानूनों को लागू करने पर आमादा हैं। जैसे ही किसान नेताओं को योग दिवस पर भाजपा के मंत्री व विधायक के आने की सूचना मिली हमारे 10 किसान शांतिपूर्ण तरीके से रोड़ पर खड़े होकर कृृषि मंत्री व भिवानी के विधायक को हांसी गेट से विरोध स्वरूप काले झण्ड़े दिखा रहे थे। योग कार्याक्रम में बाधा डालने का उनका कोई उद्वेश्य नही था। फिर भी शहर थाना इंचार्ज के नेतृृत्व मे उनको जबरदस्ती गिरफ्तार कर लिया गया।

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