भिवानी/मुकेश वत्स हरियाणा बिजली वितरण निगम व पावर ग्रिड द्वारा बिना मुआवजा दिए किसानों के खेतों में जबरदस्ती बिजली के टॉवर लगाने व लाईन बिछाने का मामला तुल पकड़ता जा रहा है। इस मामले को लेकर गांव नीमड़ीवाली के पंचायत घर में 15 जून को किसान महापंचायत का आयोजन किया गया था। इस महापंचायत में एक कमेटी का गठन किया गया था। किसान महापंचायत में फैसला लिया गया था कि गठित कमेटी किसानों को बिना मुआवजा दिए हरियाणा बिजली वितरण निगम व पावर ग्रिड द्वारा टॉवर खड़े करने, किसानों डराने धमकाने व झुठे मुकदमें बनवाने की मांगा को लेकर उपायुक्त से मिलेंगे। यह जानकारी देते हुए भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष राकेश आर्य नीमड़ीवाली ने बताया कि करतार गिल, प्रमोद यादव, मामन श्योराण, पंच कुलबीर आदि कमेटी सदस्य उपायुक्त को ज्ञापन सौंपने पहुंचे तो तहसीलदार ने उनका ज्ञापन मांग पत्र लिया। उन्होंने बताया कि जब वे उपायुक्त से मिलने के लिए भिवानी आए हुए थे तो पीछे से हरियाणा बिजली वितरण निगम व पावर ग्रिड के अधिकारियों ने पुलिस फोर्स बुलाई और जबरदस्ती गांव से खेतों में जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया और किसानों को खेतों में नहीं जाने दिया। किसान रघबीर ने बताया कि जब वे अपने खेतों में जा रहे थे तो पुलिस प्रशासन ने उन्हें रोक दिया। उन्होंने कहा कि निगम, पावर ग्रिड व पुलिस प्रशासन अपनी पावर का गलत इस्तेमाल करते हुए जबरदस्ती उनके खेतों में बिजली के टावर खड़े करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले को लेकर गांव नीमड़ीवाली में 17 जून को दोबारा से किसान महापंचायत बुलाई जाएगी और अनिश्चितकालीन धरना भी दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि अगर किसानों के साथ किसी ने जोर जबरदस्ती करने का प्रयास किया तो वे इसके लिए कड़े कदम उठाने को मजबूर होंगे। Post navigation 18 को राष्ट्रव्यापी विरोध दिवस ~ आइएमए अंतराष्ट्रीय घरेलू कामगार दिवस पर श्रम मंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया