भिवानी/धामु अपनी बहाली की मांग को लेकर 362 दिनों से लगातार धरने पर बैठे अब आर्थिक व मानसिक परेशानी झेलते हुए काल का ग्रास बन रहे है, लेकिन प्रदेश सरकार चुपचाप बैठकर तमाशा देख रही है। यदि ऐसा ही चलता रहा तो पीटीआई प्रदेश सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन छेडऩे को मजबूर होंगे। जिसका खामियाजा प्रदेश सरकार को भुगतना होगा। यह बात लघु सचिवालय के समक्ष 362 दिनों से जारी बर्खास्त पीटीआई के धरने को संबोधित करते हुए हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के जिला प्रधान दिलबाग जांगड़ा ने कही। जांगड़ा ने कहा कि जब वोट लेने का समय आता है तो सरकार के नेता बड़े-बड़े सब्जबाग दिखाकर जनता को बहकाने का काम करते है। लेकिन जब ये ही लोग सत्ता में आ जाते है तो आम नागरिकों के हित इन्हे कांटों की तरह चुंभने लगते हैं। उन्होंने कहा कि लगभग एक साल से धरने पर बैठे बर्खास्त पीटीआई आर्थिक व मानसिक तौर पर परेशानी के चलते मौत का शिकार होने लगे है। एक वर्ष में 100 से अधिक बर्खास्त पीटीआई की मानसिक तनाव के चलते मृत्यु हो चुकी है। धरने को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के जिला प्रधान दलजीत तालू, हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के जिला प्रधान अजीत राठी, आंगनवाड़ी हेल्पर वर्कर्स यूनियन के जिला प्रधान संतोष बामला, हरियाणा शारीरिक शिक्षा अध्यापक संघ से विनोद पिंकू, जरनैल सिंह पीटीआई, सुनील गोलपुरिया ने कहा कि भाजपा कार्यकाल में आज मजदूर, किसान, कर्मचारी सहित प्रत्येक वर्ग अपने हितों की लड़ाई के लिए सडक़ों पर उतरा हुआ है तथा सरकार से उन्हे उनके हक देने की मांग कर रहा है, लेकिन भाजपा सरकार सिर्फ तमाशबीन बनी हुई हैं। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा ही चलता रहा तो वो दिन दूर नहीं जब देश व प्रदेश की जनता भाजपा को सत्ता की कुर्सी से खींचकर नीचे उतारेगी। उन्होंने चेतावनी भी दी कि जब तक उनकी बहाली नहीं हो जाती, उनकी मांगे यू ही जारी रहेंगी। Post navigation शिक्षा बोर्ड भिवानी द्वारा सैकेण्डरी (नियमित/कम्पार्टमैंट) परीक्षा मार्च-2021 का परिणाम घोषित कर्मचारी नेता राकेश मलिक के निधन पर धरनास्थल पर जताया शोक