कहा : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सोच एकदम सही है कि वैक्सीन से ही लोगों को जान बचेगी, जितनी जल्दी वैक्सीन लगे, उतने लोग सुरक्षित होंगे, उनका मकसद वक्सीन बचाना नहीं, लोगों की जान बचाना है पंचकूला,31 मई। आम आदमी पार्टी का कहना है कि कोरोना वैक्सीनेशन के मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने अपनी ही सरकार की स्वास्थ्य संबंधी बनाई गई रणनीति की पोल खोल कर रख दी। पार्टी का कहना है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के ब्यान से ऐसा लगता है कि भाजपा शासित राज्यों में यही नीति अपनाई जा रही है। दूसरी ओर आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार का यह नारा है कि संपूर्ण वैक्सीन तीन महीने हर हाल का है, जबकि खट्टर सरकार का दावा, हर दिन 50 हजार टीके, लगेंगे दो साल। आज यहां जारी एक ब्यान में आप के उत्तरी हरियाणा जोन के सचिव योगेश्वर शर्मा ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से कोरोना वैक्सीन के और टीके न दिए जाने के कारण टीके लगाने के केंद्र बंद करने की बात कही थी। इस पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल अरविंद केजरीवाल को यह मश्विरा दे रहे हैं कि वे यह सूझबूझ रखें कि लोगों को एक दम से कोरोना वैक्सीन के टीके न लगाकर धीरे धीरे लगवाएं और स्टॉक रखें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल का यह कहना कि हम चाहें तो एक दिन में 2 लाख वैक्सीन लगा सकते हैं, पर हम 50- 60 हजार लगा रहे हैं ताकि स्टॉक बचा रहे। जबकि अरविंद केजरीवाल का पूरे दिल्ली में लक्ष्य जल्द से जल्द लोगों का टीकाकरण कर उन्हें बीमारी से सुरक्षित करने का है। ऐसे में वह चाहते हैं कि उन्हें कोरोना वैक्सीन की उपलब्धता ज्यादा से ज्यादा मिले। मगर हरियाणा के मुख्यमंत्री यह काम धीरे धीरे करने को अपनी काबिलयत समझ रहे हैं। ऐसे में तो प्रदेश के लोगों की जिंदगी दांव पर लग रही है। उन्होंने कहा कि अगर लोग ही न बचे तो वैक्सीन बचाकर क्या करेंगे। योगेश्वर शर्मा ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सोच एकदम सही है कि वैक्सीन से ही लोगों को जान बचेगी। जितनी जल्दी वैक्सीन लगे, उतने लोग सुरक्षित होंगे। उनका मकसद वक्सीन बचाना नहीं, लोगों की जान बचाना है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री के इस तरह के ब्यान से एक बात तो समझ में आ गई है कि क्यों पिछले कुछ दिनों से जगह जगह गिनती के ही इंजैक्शन लगने के बाद बाकी लोगों को वापिस भेज दिया जाता है, जबकि लोग सुबह से लंबी लंबी लाईन में लगकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे होते हैं। कई स्थानों पर तो कोरोना वैक्सीन है ही नहीं। कई शहरों में तो 18 साल के ऊपर और 40 से नीचे वालों को यह वैक्सीन लगाई ही नहीं जा रही। उन्होंने कहा कि अगर हरियाणा सरकार की कोरोना वैक्सीन लगाने की यही रफ्तार रही जैसा कि मुख्सयमंत्री कह रहे हैं तो न जाने कितने लेागों की जानें चलीं जांएगी। Post navigation जिद छोड़े केंद्र सरकार और किसानों की मांगों को बिना किसी देरी के माने: योगेश्वर शर्मा तकनीकी शिक्षा को 8 भारतीय भाषाओं में पढ़ाए जाने का निर्णय महत्वपूर्ण तथा स्वागत योग्य: अभाविप